Apr १८, २०२१ १७:४५ Asia/Kolkata

ईरान किस चीज़ का सत्यापन करने के बाद परमाणु प्रतिबद्धताओं पर अमल करेगा?

वियना में परमाणु समझौते के संयुक्त आयोग की बैठक के बाद ईरान के उपविदेशमंत्री और वार्ताकार टीम के अध्यक्ष सैयद अब्बास इराक़ची ने कहा है कि प्रतीत यह हो रहा है कि नई सहमति बन रही है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी प्रकार वार्ता के लंबा होने के इच्छुक नहीं हैं और कम से कम जिस चीज़ पर सहमति बनी है उसे लिखने का समय आ गया है।

प्रतीत यह हो रहा है कि परमाणु समझौते के संयुक्त आयोग की कई दौर की बात- चीत और अमेरिका के अन्यायपूर्ण प्रतिबंधों को खत्म कराने के संबंध में होने वाली वार्ता के बाद किसी सीमा तक भविष्य का रास्ता स्पष्ट हो गया है। इसके बावजूद अमेरिका ईरान से विशिष्टता लेने की चेष्टा में है और वह यह सोच रहा है कि अगर ईरान को विशिष्टता भी देनी पड़े तो कम से कम विशिष्टता देनी पड़े।

पश्चिमी संचार माध्यम अमेरिका के अन्यायपूर्ण प्रतिबधों के बारे में कई प्रकार की बातें कर रहे हैं। जैसे प्रतिबंध खत्म किये जा सकते हैं या खत्म नहीं किये जा सकते या उनके संबंध में वार्ता की जा सकती है। साथ ही वे अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बल देकर कह रहे हैं कि प्रतिबंधों के खत्म किये जाने के बारे में ईरान से सहमति की जा सकती है परंतु अमेरिका समस्त प्रतिबंधों को समाप्त करने का इरादा नहीं करता।

इन संचार माध्यमों के अनुसार अमेरिका जिन प्रतिबंधों को खत्म करना चाहता है उन प्रतिबंधों को ईरान से विशिष्टता लेने के बाद ही खत्म करेगा। वाशिंग्टन ने चेतावनी दी है कि अगर ईरान ने समस्त प्रतिबंधों को समाप्त करने पर आग्रह जारी रखा तो वार्ता बंद गली में पहुंच जायेगी जबकि ईरान अब भी अपने तार्किक दृष्टिकोणों पर बल दे रहा है और उसका मानना है कि प्रतिबंधों का विभाजन करना कि कुछ प्रतिबंध खत्म किये जा सकते हैं जबकि कुछ नहीं तो यह बात स्वीकार नहीं है।

इसी तरह तेहरान का मानना है कि समस्त प्रतिबंधों को एकसाथ समाप्त होना चाहिये और उसके बाद वह प्रतिबंधों की समाप्ति का सत्यापन करने के बाद परमाणु समझौते में अपनी उन प्रतिबद्धताओं पर अमल करना आरंभ करेगा जिन पर अमल को उसने रोक दिया है।

बहरहाल इस्लामी गणतंत्र ईरान समस्त प्रतिबंधों की समाप्ति को वियना वार्ता को सफल बनाने का एकमात्र मार्ग समझता है। MM

 

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