Aug ०२, २०२१ २२:१६ Asia/Kolkata
  • पेगासस से सऊदी महिलाओं की जासूसी करा रहे थे युवारज बिन सलमान! लिस्ट में इराक़ की धार्मिक और राजनीतिक हस्तियों का भी नाम

अरब प्रायद्वीप अध्ययन केंद्र (जज़ीरे अरब) ने आले सऊद शासन द्वारा कई सऊदी महिला कार्यकर्ताओं के फ़ोन हैक करने और उनकी पेगासस स्पाईवेयर के ज़रिए जाजूसी कराई जाने की ख़बर दी है।

समाचार एजेंसी ईसना की रिपोर्ट के मुताबिक़, अरब प्रायद्वीप अध्ययन केंद्र (जज़ीरे अरब) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सऊदी अरब की कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने साक्ष्यों के साथ ऐसे सबूत पेश किए हैं जिससे पता चलता है कि आले सऊद शासन ने पेगासस स्पाईवेयर के ज़रिए उनके मोबाइल फोनों को हैक करके उनकी निजता में घुसपैठ की है और उनकी जासूसी की है। जज़ीरे अरब अध्ययन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी महिला कार्यकर्ताओं ने इस बात पर बल दिया है कि आले सऊद शासन इस कार्यवाही के ज़रिए इस प्रयास में है कि वह ऐसे सभी लोगों को कंट्रोल कर सके जो सऊदी शासन के अपराधों को दुनिया के सामने उजागर करते हैं।

जज़ीरे अरब अध्ययन केंद्र की रिपोर्ट इस बात की ओर संकेत करती है कि बहुत से संदेश एमबीएस नाम से प्रसिद्ध अकाउंट और सरकारी अधिकारियों के अकाउंट से भेजे गए हैं जिससे ऐसा लगता है कि इस पूरी कार्यवाही पर स्वयं सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान कंट्रोल नज़र रखे हुए थे। ग़ौरतलब है कि स्पाईवेयर पेगासस को इस्राईल की एनएसओ कंपनी ने बनाया है जो सेल फोन हैक करके उसके ज़रिए अंजाम दी जाने वाली सारी गतिविधियों को अपने कंट्रोल में कर लेता है। सऊदी अरब, संयुक्त अरब इमारात सहित कई अन्य देशों को इस्राईली कंपनी ने इस स्पाईवेयर को बेचा है। इन दोनों देशों ने इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से वर्ष 2018 और 2019 में लेबनानी अधिकारियों की जासूसी कराई थी। मीडिया सूत्रों ने हाल ही में कुछ इराक़ी धार्मिक और राजनीतिक हस्तियों की सूची जारी की है कि जो इस्राईली स्पाईवेयर पेगासस का शिकार हुए हैं। याद रहे कि इस्राईल जो पहले से ही फ़िलिस्तीन में मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ाकर इस काम के लिए मशहूर है और अब दुनिया भर के देशों के नेताओं और अधिकारियों की जासूसी कराने का भी ठेका उसने उठा लिया है। (RZ)

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