Jun १३, २०२१ ११:०४ Asia/Kolkata
  • चीन का मुक़ाबला करने के लिए जी-7 की बड़ी घोषणा

दुनिया के सात बड़े देशों के समूह (जी-7) ने चीन के मल्टीट्रिलियन-डॉलर बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का मुक़ाबला करने के लिए कम आय वाले देशों में बेहतर बुनियादी ढांचा खड़ा करने की योजना बनाई है।

निम्न और मध्यम आय वाले देशों में बुनियादी ढांचे को खड़ा करने के लिए सैकड़ों अरबों डॉलर निवेश का वादा करते हुए शनिवार को जी-7 नेताओं ने कहा कि वे मूल्य-संचालित, उच्च-मानक और पारदर्शी साझेदारी की पेशकश करेंगे। ब्रिटेन के कारबिस बे रिज़ॉर्ट में तीन दिवसीय जी-7 सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन का समापन रविवार शाम को होना है।

जी-7 में दुनिया के सात अमीर देश शामिल हैं। इसमें अमरीका, ब्रिटेन, कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली और जापान शामिल हैं। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जी-7 के अन्य नेता, बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड (B3W) पहल के ज़रिए चीन के BRI प्रॉजेक्ट की काट निकालना चाहते हैं, जिसे नया सिल्क रोड भी कहा जात है।

वॉइट हाउस की ओर से कहा गया है कि इस पारदर्शी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट पर क़रीब 40 ट्रिलियन डॉलर की लागत आएगी। हालांकि, इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है कि इस जी-7 योजना के तहत कैसे वित्‍तपोषित किया जायेगा।

चीन की बेल्ट एंड रोड परिजोयना ने कई देशों में ट्रेनों, सड़कों और बंदरगाहों के पुनर्निर्माण के लिए आर्थिक मदद की है। लेकिन इस बात को लेकर चीन की आलोचना भी होती रही है कि उसने कुछ देशों को कर्ज़ में दबाने के बाद, उन पर वर्चस्व जमाने की कोशिश की है।

इस बीच, भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल रूप से जी-7 के नेताओं को संबोधित करते हुए वन अर्थ, वन हेल्थ का सुझाव दिया है। मोदी ने अपने संबोधन में वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार के लिये वैश्विक सामूहिक प्रयास के समर्थन की मांग की। उन्होंने डब्ल्यू टी ओ में वैक्सीन पेटेंट में छूट के लिये जी-7 का समर्थन मांगा। msm

 

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