Aug ०२, २०२१ ०८:२५ Asia/Kolkata
  • अमेरिकियों ने अपनी हार स्वीकार कर ली, तालेबान वही 20 साल पहले का तालेबान हैः मोहम्मद मोहक़्क़िक़

अफ़ग़ान राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी के सलाहकार ने एक साक्षात्कार में कहा है कि अमेरिकियों ने अपनी हार स्वीकार कर ली है।

उन्होंने अलमयादीन न्यूज़ चैनल से साक्षात्कार में कहा कि अमेरिकी सैनिक अफ़ग़ानिस्तान से अपने हितों के आधार पर निकले हैं और यह अमेरिकी डेमोक्रेटों और बाइडेन सरकार के हितों को बयान करने वाला है जबकि अमेरिका के सैनिक कमांडर उतावलेपन में अफगानिस्तान से निकलने पर सहमत नहीं थे।

राजनीतिक और सुरक्षा मामलों में अफगान राष्ट्रपति के सलाहकार ने कहा कि तालेबान ने लड़ाई के बिना कुछ क्षेत्रों पर नियंत्रण कर लिया है उसकी वजह यह है कि सुरक्षा बल रक्षा मोर्चों पर ध्यान केन्द्रित किये हुए थे। उन्होंने कहा कि इस समय अफगानिस्तान के लोग सरकार, सेना और पुलिस के साथ मिलकर लड़ रह हैं और यह जंग के विस्तृत व व्यापक हो जाने का कारण है।

उन्होंने कहा कि 10 महीनों तक दोहा में चलने वाली वार्ता का कोई परिणाम नहीं रहा है और तालेबान शांति नहीं चाहता है बल्कि वह युद्ध के माध्यम से अफ़ग़ानिस्तान पर क़ब्ज़ा करना और वर्चस्व जमाना चाहता है।

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के सलाहकार ने बल देकर कहा कि हमें लंबे रास्ते का सामना है ताकि तालेबान यह समझें कि सैन्य मार्गों से वे अपने दिली परिणामों तक नहीं पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि तालेबान जब तक इस नतीजे पर नहीं पहुंच जाता कि सैन्य मार्गों से शांति हासिल नहीं हो सकती वार्ता कदापि किसी परिणाम तक नहीं पहुंचेगी।

मोहम्मद मोहक़्क़िक़ ने कहा कि तालेबान, केवल तालेबानी सरकार गठित करने के प्रयास में है और वह देश को वहीं पहुंचाना चाहता है जहां वह 20 साल पहले था।

उन्होंने बल देकर कहा कि इस्लाम से जो हम  समझते हैं और जो लेबान समझते हैं उसमें अंतर है। उन्होंने बल देकर कहा कि हम न तो डेमोक्रेसी व लोकतंत्र की उपेक्षा करेंगे और न ही इससे पीछे हटेंगे जबकि तालेबान न चुनाव पर विश्वास रखता है और न ही डेमोक्रेसी व प्रजातंत्र को मानता है।

साथ ही उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के संविधान में महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का उल्लेख और उस पर ध्यान दिया गया है और हम किसी भी स्थिति में उसकी अनदेखी नहीं कर सकते।

अफगान राष्ट्रपति के सलाहकार ने कहा कि जब तालेबान इस नतीजे पर पहुंच जाये कि उसने जो रास्ता अपनाया है वह बंद गली है तो सरकार तालेबान के साथ नये सिरे से वार्ता के लिए तैयार है।

साथ ही उन्होंने बल देकर कहा कि तालेबान वही 20 साल पहले का तालेबान है और मेरा मानना है कि अफगानिस्तान का युद्ध और भड़केगा और सरकार को अधिक चुनौतियों का सामना होगा। MM

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