Sep १२, २०२४ १८:४१ Asia/Kolkata
  • इस्राईल ने ग़ज़ा पट्टी में 200 से ज़्यादा सांस्कृतिक और धार्मिक स्मारकों को नष्ट कर दिया

इस्राईल ने ग़ज़ा युद्ध की शुरूआत से अब तक इस क्षेत्र में 200 से ज़्यादा सांस्कृतिक धरोहरों और धार्मिक स्मारकों को नष्ट कर दिया है।

ग़ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के हमलों ने इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को काफ़ी नुक़सान पहुंचाया है। इन प्राचीन धरोहरों में चर्च, मस्जिद, संग्रहालय और ऐतिहासिक स्मारक शामिल हैं।

इस्राईल द्वारा नष्ट किए गए कुछ प्राचीन और पुरातात्विक स्थल, फ़ोनीशियन और रोमन काल के हैं। इसके अलावा इन धरोहरों में 800 ईसा पूर्व से 1400 वर्ष तक पुराने स्मारक शामिल हैं।

इस्राईल द्वारा नष्ट की गई मस्जिदों में से एक कबीर अल-ओमरी मस्जिद है, जिसे 1400 साल पहले तामीर किया गया था।

ग़ज़ा में फ़िलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसारः जबालिया में बाइज़ेन्टाइन चर्च, सेंट पोर्फ़िरियस ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च और बालाख़िया बाइज़ेन्टाइन क़ब्रिस्तान उन कई ऐतिहासिक स्थानों और धार्मिक स्थलों में से हैं, जिन्हें इस्राईली सेना ने अंधाधुंध बमबारी में नीस्तो नाबूद कर दिया है।

ग़ज़ा में प्राचीन स्मारकों के विनाश की निंदा करते हुए फ़िलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने घोषणा की है कि ज़ायोनी शासन के यह अपराध, अंतरराष्ट्रीय चार्टरों के विपरीत हैं, जिनके तहत धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक स्थानों को निशाना बनाना ग़ैर क़ानूनी है।

7 अक्टूबर, 2023 से पश्चिमी देशों के पूर्ण समर्थन के साथ, इस्राईल ने ग़ज़ा पट्टी और जॉर्डन नदी के पश्चिमी तट में रहने वाले पीड़ित फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ दिया और नरसंहार का ख़त्म नहीं होने वाला सिलसिला शुरू कर दिया।

ताज़ा रिपोर्टों के अनुसार, ग़ज़ा पर ज़ायोनी शासन के हमलों में 41,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं और 94,000 से अधिक घायल हुए हैं।

इस्लामी गणतंत्र ईरान के नेतृत्व में कई देश, ज़ायोनी शासन के विघटन और यहूदियों की उनके मूल देशों में वापसी का गंभीर प्रयास कर रहे हैं। msm

 

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