Sep ०६, २०२४ १५:४०
ऐसा लगता है कि रूसी विदेश मंत्रालय भ्रमित हो गया है और उसका मानना है कि काल्पनिक ज़ंगज़ोर कॉरिडोर का उपयोग करके, निश्चित रूप से जिसका निर्माण ईरान के विरोध के कारण नहीं किया जा सकता, वह आर्मेनिया के साथ अपनी समस्या का समाधान निकाल सकता है।