धर्म
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भलाई की तरफ़ हिदायत करो/ ज्ञान के महत्व और सामाजिक मार्गदर्शन के संबंध में इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम के 3 स्वर्ण कथन
Jun १५, २०२४ १७:०७पार्सटुडे- इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पोते और शियों के पांचवें इमाम ज्ञान और सद्व्यवहार में बहुत मशहूर थे।
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थका हुआ दोस्त रखने के लाएक़/ काम व प्रयास के महत्व के बारे में पैग़म्बरे इस्लाम की 6 हदीसें
Jun १०, २०२४ १८:३०पार्सटुडे- पैग़म्बरे इस्लाम काम व प्रयास के बहुत अधिक महत्व के क़ाएल थे और इस्लामी समाज के लोगों को आलस्य से बहुत अधिक मना करते थे।
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“अली और फ़ातेमा का प्रेम” ईरानी पॉप तराना है जिसका विषय है पैग़म्बरे इस्लाम की सुपुत्री और इमाम अली का पावन बंधन
Jun ०९, २०२४ १३:४८अली और ज़हरा के प्रेम का तराना, आसमानी प्रेम की झलक
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डंडी मारने वालों पर धिक्कार हो/ समाज और अर्थव्यवस्था के लिए क़ुरआन की एक बड़ी चेतावनी
Jun ०६, २०२४ १६:४६पार्सटुडे- पवित्र क़ुरआन ने कम नाप- तौल को मद्यन शहर की तबाही और उसमें रहने वालों की बर्बादी का कारण बताया है। पवित्र क़ुरआन के 114 सूरों में से 6 सूरों में डंडी मारने की भर्त्सना व निंदी की गयी है।
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धर्म ने इंसानों के चिंतन- मनन पर बल दिया है/ धर्म और चिंतन- मनन
Jun ०५, २०२४ १७:१०पार्सटुडे- पिछले कुछ दशकों की अपेक्षा हालिया चार दशकों के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धर्म के बारे में अध्ययन का अधिक स्वागत किया गया है और धीरे- धीरे उसकी कई शाखायें हो गयीं हैं।
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ईरान और इस्राईल, कौन ज़्यादा परेशानी में?
Jun ०२, २०२४ १९:५२पार्सटुडे, न्यूयॉर्क टाइम्स के स्तंभकार ब्रेट स्टीफ़ेंस (Bret Stephens) ने एक लेख लिखा है जिसका शीर्षक है "कौन ज़्यादा परेशान है, इस्राईल या ईरान?" (Who’s in More Trouble: Israel or Iran) उन्होंने इस आर्टिकल में कुछ बातें लिखी हैं, जिनमें से कुछ सिर्फ़ अवास्तविक, कमज़ोर और निधार हैं। उनके कुछ दावों को हम यहां पेश कर रहे हैं।
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अल्लाह की आम-ख़ास रहमत के बारे में हम क्या जानते हैं?
May २८, २०२४ १७:११पार्सटुडे- अल्लाह की आम रहमत में दोस्त, दुश्मन, मोमिन, काफ़िर, अच्छे और बुरे सब लोग शामिल हैं। जिस तरह से जब वर्षा होती है तो सब जगह होती है मगर यह बात अल्लाह की विशेष रहमत में फ़र्क़ करती है।
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क्या राजनेता अल्लाह की इस नेअमत को समझते हैं? छठे इमाम की एक हदीस की शरह
May २७, २०२४ १६:१७पार्सटुडेः शियों के छठे इमाम फ़रमाते हैं" वह ख़ुशनसीब है जो अल्लाह की नेअमतों को कुफ्र में नहीं बदलता है और ख़ुशनसीब वे लोग हैं जो अल्लाह के लिए एक दूसरे से प्रेम करते हैं।
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दूसरों के अंदर न ऐब व कमी तलाश करो न दूसरों का मज़ाक़ उड़ाओ/ विभिन्न जातियों व क़ौमों के मध्य शांति के लिए एक क़ुरआनी आदेश
May २६, २०२४ १३:४४पार्सटुडे- प्रसिद्ध ईरानी शायर मौलवी अपने शेरों और पैग़म्बरे इस्लाम की हदीस को बयान करते हुए कहते हैं कि कुछ लोग दूसरों की कमियों व ऐबों से पर्दा उठाते और दूसरों से बयान करते हैं परंतु अपनी कमियों और ऐबों के संबंध में अंधे होते हैं।
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मां तुझे सलाम, क्यों अपनी मां की क़द्र करनी चाहिए, मां के बारे में इस्लाम क्या कहता है?
Apr २५, २०२४ १८:४०पार्स टूडे – सभी ईश्वरीय धर्मों में मां का सम्माननीय और उच्च स्थान है और हर कोई उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखता है और उनकी महानता के साथ जोड़कर की उन्हें याद करता है। इस्लाम धर्म में भी इस विषय पर बहुत अधिक बल दिया गया है।