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तौबा में किन विशेषताओं को होना चाहिये?
Apr २३, २०२५ १७:२४पार्सटुडे- इस्लाम धर्म में तौबा गुनाहों से पाक होने का रास्ता, जीवन के रास्ते को बदलने और महान ईश्वर से संबंधों को मज़बूत करने का मार्ग है। सही तरह से और समय पर तौबा व्यक्तिगत विकास और महान ईश्वर और उसकी कृपा से निकट होने का कारण बनती है।
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(सलाह-मशवेरा मार्गदर्शन का चेराग़ है) हज़रत अली अलैहिस्सलाम की 9 शिक्षाप्रद सिफ़ारिशें
Apr २१, २०२५ १६:२४इराक़ के पवित्र नगर नजफ़ में पैग़म्बरे इस्लाम के उत्तराधिकारी हज़रत अली अलैहिस्सलाम के रौज़े की तस्वीर, प्रतिवर्ष पैग़म्बरे इस्लाम और अहलेबैत अलै. से प्रेम करने वाले लाखों श्रद्धालु इस पावन समाधि की ज़ियारत के लिए जाते हैं।
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दोस्त वह है, जो तुम्हें बुराई से रोके, अच्छे दोस्त की पहचान पैग़म्बरे इस्लाम और उनके पवित्र परिजनों की नज़र में
Mar ३१, २०२५ १९:१४हर इंसान अपने साथियों से प्रभावित होता है और हर इंसान के भाग्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उसके साथियों द्वारा निर्धारित होता है।
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महदवियत और ज़हूर: "सभी इलाही धर्मों ने अंतिम समय में मसीहा के आने और वैश्विक न्याय की स्थापना की पेशीन गोई की है"
Mar १८, २०२५ १६:४३तेहरान के आज़ादी टावर पर इमाम महदी (अ.स.) के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 3डी लाइट शो का आयोजन किया गया।
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रमज़ान मोमेनीन के लिए अवसरों का बेमिसाल महीना क्यों है?
Mar ०६, २०२५ १८:४८पार्स टुडे- जब हम इस बात पर विचार करते हैं कि रमज़ान का महीना क़ुरान और इलाही शिक्षाओं पर विशेष ध्यान देने की सलाह देता है, तो हमें यह एहसास होता है कि रमज़ान जीवन के मार्ग की समीक्षा और पुनर्मूल्यांकन करने का एक अच्छा समय है।
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(मज़लूम की मदद बेहतरीन अदालत है) पैग़म्बरे इस्लाम और उनके पवित्र परिजनों की कुछ हदीसें
Mar ०५, २०२५ १६:४७पार्सटुडे- मज़लूम का बचाव बौद्धिक और स्वाभाविक चीज़ है जिस पर इस्लामी रिवायतों में बल दिया गया है।
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महामुक्तिदाता के ज़ुहूर की भूमिका प्रशस्त करने में महिलाओं की भूमिका/ "महदवीयत मेरी सोच है" शीर्षक के अंतर्गत इराक़ में कांफ़्रेन्स
Mar ०३, २०२५ २०:५७पार्सटुडे- इराक़ के दिवानिया प्रांत के क़ादेसिया विश्वविद्यालय में Ahl Al-Bayt World Assembly की ओर से "महदवीयत मेरी सोच" शीर्षक के अंतर्गत एक कांफ़्रेन्स आयोजित की गयी।
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किस किताब को अहलेबैत अलैहिमुस्सलाम की इंजील कहा जाता है?
Feb २७, २०२५ १५:३७पार्सटुडे- चौथे इमाम, इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की एक लिखित रचना व किताब है जो मुसलमानों के मध्य क़ुरआन की बहन, अहलेबैत की इंजील और ज़बूरे आले के नाम से मश्हूर है।
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कौन ज़िन्दगी से सबसे कम आनंद उठाता है?/ पैग़म्बरे इस्लाम और उनके पवित्र परिजनों की कुछ हदीसें
Feb २६, २०२५ १६:३७पार्सटुडे- हसद व जलन एक बुरी नैतिक बुराई है। हसद का अर्थ यह है कि इंसान उस इंसान से नेअमत के ख़त्म होने की तमन्ना करे जिसे अल्लाह ने कोई नेअमत दे रखी है।
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उम्र के संबंध में माल ख़र्च करने से भी अधिक कंजूस रहो, समय की क़ीमत के बारे में पैग़म्बरे इस्लाम और उनके उत्तराधिकारी की सिफ़ारिश
Feb २५, २०२५ १९:४४पार्सटुडे- इस बात में कोई संदेह नहीं है कि समय इंसान की बहुत बड़ी और अद्वितीय पूंजी है और उसका सही लाभ उठाकर हर क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है और भौतिक और आध्यात्मिक प्रगति की बड़ी से बड़ी चोटी को सर किया जा सकता है।