पार्स टुडे- पिछले छह महीनों में ज़ायोनियों के बेशुमार अपराध एक तरफ़ और दूसरी तरफ़ इस्राईल के भयानक अपराधों पर देशों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की संवेदनहीनता बड़ी हैरत अंगेज़ रही है। इसी उदासीनता और ख़ामोश समर्थन के चलते मक़बूज़ा इलाक़ों में इस्राईल का दुस्सासह और क्रूरता बढ़ती चली गई है। इस्राईल की बुनियाद ही साम्राज्यवादी है और इसका ख़ात्मा एक इंसानी और अंतर्राष्ट्रीय ज़रूरत।
सैयद मोर्तेज़ा अविनी एक ईरानी डॉक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर, फ़ोटोग्राफ़र, पत्रकार, लेखक और "इस्लामी सिनेमा" के सिद्धांतकार थे, जिनके जीवन और विचारों पर इस लेख में चर्चा की गई है।
पार्स टुडे- यूरोपीय देशों में अश्वेतों विशेष रूप से कालों को खुलेआम भेदभाव का सामना है।
पार्स टुडे- इस्राईल की युनिट 8200 एक इंटैलीजेंस एजेंसी है जो मीडिया के मंच पर सक्रिय है और अफ़वाहे फैलाना, सामाजिक टकराव को हवा देना, सिस्टम्ज़ को हैक करना और कोड व पासवर्ड का पता लगाना इस युनिट की गतिविधियों के मैदान हैं।
पार्स टुडे- शरणार्थी यहूदियों के ज़रिए फ़िलिस्तीन पर क़ब्ज़ा यूरोपीय साम्राज्यवादी टैकटिक के समान है और यह क़ब्ज़ा यूरोपीय साम्राज्यवाद की मिसाल है।
कल रविवार 12 फ़रवरदीन बराबर 1 अप्रैल था जो "इस्लामिक रिपब्लिक" का दिन था। यह दिन राष्ट्रीय सम्मान को साकार करने और क्रांतिकारी जनता के हाथों देश की नियति निर्धारित करने में महान ईरानी राष्ट्र की इच्छा की एक वास्तविक अभिव्यक्ति का दिन था।
जाना ईसा और डियाबा केनिट नामक दो महिला बास्केटबॉल खिलाड़ियों के अमेरिका में हिजाब पहनकर खेलने की वजह से उन लोगों के मुंह पर ताले लगे गये हैं जो हिजाब को एक बाधा या रुकावट समझते थे जबकि उनके प्रशंसकों में उम्मीद की किरण पैदा हो गयी है।
पार्स टूडे- अमेरिकी विदेश नीति के अंग के रूप में यहूदी लॉबी को विशेष स्थान प्राप्त है।
पार्सटुडे- पश्चिम की औपनिवेशिक प्रवृत्ति के कारण उसकी वर्चस्ववादी नीतियों के कट्टर विरोधी के रूप में ईरान पर पश्चिमी वर्चस्ववाद प्रक्रिया की ओर से दबाव डालने वालों के प्रमुख की हैसियत से संयुक्त राज्य अमरीका ने इस्लामी गणतंत्र ईरान की शासन व्यवस्था को गिराने के लिए अबतक यथासंभव प्रयास किये हैं।
पार्स टुडे- अमरीका का फ़िल्म उद्योग हॉलीवुड 11 सितम्बर 2001 के बाद एक नई स्ट्रैटेजी पर अमल करने लगा जो उसकी पुरानी स्ट्रैटेजीज़ का मिक्सचर है। यह ऐसी स्ट्रैटेजी है जिसके नतीजे में नफ़रत और इस्लामोफ़ोबिया तेज़ी से फैला।