पश्चिम बंगाल में टीएमसी-बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, 4 की मौत
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भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के 24 उत्तर परगना में टीएमसी-बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुए ख़ूनी संघर्ष में 4 लोगों की मौत की ख़बर है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Jun ०९, २०१९ २०:४८ Asia/Kolkata
  • पश्चिम बंगाल में टीएमसी-बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, 4 की मौत

भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के 24 उत्तर परगना में टीएमसी-बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुए ख़ूनी संघर्ष में 4 लोगों की मौत की ख़बर है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के 24 उत्तर परगना में इस देश की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी और राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच हुए ख़ूनी संघर्ष में 4 लोगों के मारे जाने और 18 अन्य के घायल होने की सूचना है। मामले की जांच कर रही पुलिस के अनुसार यह पूरा मामला पार्टी के झंडे को उतारने से शुरू हुआ था। इस झड़प के दौरान टीएमसी के एक कार्यकर्ता की हत्या की बात सामने आ रही है, वहीं बीजेपी का कहना है कि टीएमसी  के कार्यकर्ताओं ने उनके 3 कार्यकर्ताओं को गोली मारी दी है जिसके कारण उनकी मौत हो गई।

हालांकि बीजेपी के नेता मुकुल रॉय ने इस घटना के सामने के बाद एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि “बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं को टीएमसी के गुंडों ने गोली मार दी है, बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ हो रही इस तरह की वारदात के लिए ममता बनर्जी ख़ुद ज़िम्मेदार हैं, हम इस पूरे मामले की शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी से करेंगे।” वहीं पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रमुख विजयवर्गीय ने भी इस झड़प और बीजेपी के कार्यकर्ताओं की हत्या पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि, “अभी-अभी मिली दुःखद ख़बर के अनुसार पश्चिम बंगाल के बशीरहाट लोकसभा के क्षेत्र संदेशखली में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की तृणमूल के गुंडों ने हत्या कर दी है।”

उल्लेखनीय है कि टीएमसी-बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच आपसी झड़प की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 2019 के संसदीय चुनाव के समय कोलकाता में अमित शाह  के रोड शो के दौरान भाजपा और तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं थी। हालांकि उस दौरान अमित शाह को किसी तरह की चोट नहीं आई थी और पुलिस उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गई थी। हिंसा उस समय और अधिक भड़क उठी थी जब विद्यासागर कॉलेज के भीतर से टीएमसी के कथित समर्थकों ने उनके काफिले पर पथराव किया था जिससे दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच झड़पें हुई थी। इस दौरान ग़ुस्साए बीजेपी कार्यकर्ताओं पर यह भी आरोप लगा था कि उन्होंने विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ दिया था। (RZ)