भारत में प्रतिरोध के जियालों की याद में हुआ सम्मेलन
(last modified Fri, 01 Jan 2021 08:04:09 GMT )
Jan ०१, २०२१ १३:३४ Asia/Kolkata
  • भारत में प्रतिरोध के जियालों की याद में हुआ सम्मेलन

ईरान के महान योद्धा शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी की पहली बरसी के मौक़े पर भारत के कारगिल में “प्रतिरोध के शहीदों की याद” के शीर्षक के तहत एक शानदार सम्मेलन का आयोजन हुआ।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत प्रशासित कश्मीर के कारगिल की क्रांतिकारी जनता ने प्रतिरोध के जियालों की याद में एक सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में 10 शोधकर्ताओं ने शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी और शहीद अबू मेहदी अल-मोहन्दिस के महान व्यक्तित्व के बारे में किए गए अपने शोधों को अपने-अपने लेखों के ज़रिए पेश किया। इसी तरह 15 शायरों ने अपने-अपने विशेष अंदाज़ में हिन्दी, ऊर्दू और स्थानी कर्गिली भाषा में कविताएं कहीं। शायरों ने अपनी कविताओं के माध्यम से प्रतिरोध के जियालों, योद्धाओं और ख़ासकर शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी और अबू मेहदी अल-मोहन्दिस द्वारा बहुराष्ट्रीय आतंकवादियों से किए गए मुक़ाबले के नेतृत्व पर प्रकाश डाला।

इस सम्मेलन में भाग लेने वालों ने जहां शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी और शहीद अबू मेहदी अल-मोहन्दिस के बलिदान को याद किया वहीं यह भी सौगंध खाई कि इन शहीदों के रास्ते को वे आगे बढ़ाएंगे और इस्लामी क्रांति की आकांक्षाओं की रक्षा करेंगे। याद रहे कि आईआरजीसी के क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर  जनरल क़ासिम सुलेमानी, इराक़ी स्वयंसेवी बल हश्दुश्शाबी के कमांडर अबू मेहदी अल-मोहन्दिस अपने आठ अन्य साथियों के साथ तीन जनवरी वर्ष 2020 को अमेरिका के आतंकी सैनिकों के एक हमले में इराक़ की राजधानी बग़दाद के एयरपोर्ट के पास शहीद हो गए थे। (RZ)

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