परमाणु समझौते के उल्लंघन के प्रति कड़ी चेतावनी
ईरान के संसद सभापति ने कहा है कि परमाणु समझौते का उल्लंघन, कोई एेसा विषय नहीं है जिसे इस्लामी गणतंत्र ईरान, सरलता से अनदेखा नहीं कर सकता।
अली लारीजानी ने अपने साक्षात्कार में ईरान के विरुद्ध संभावित रूप में प्रतिबंधों को बढ़ाए जाने को जेसीपीओए का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि जेसीपीओए न केवल कोई द्विपक्षीय समझौता है बल्कि विश्व के 6 देशों के साथ होने वाला अन्तर्राष्ट्रीय समझौता है।
संसद सभापति ने कहा कि ईरान की संसद में एेसा प्रस्ताव पारित किया है जिसके आधार पर यदि कोई देश अपने वचनों के प्रति कटिबद्ध नहीं रहता तो एेसे में उसे जवाबी कार्यवाही करने का पूरा अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि ईरान ने परमाणु समझौते के प्रति अपने वचन पूरे किये हैं किंतु यदि सामने वाला पक्ष अपने मार्ग को बदलता है तो ईरान भी उसी प्रकार से परिवर्तन कर सकता है।