अमरीका ने इतिहास का सबसे कड़ुवा मज़ाक़ कर दिया!!!
वियना में संयुक्त राष्ट्र संघ के हेडक्वाटर में स्थित ईरान के प्रतिनिधि कार्यालय ने परमाणु गतिविधियों के बारे में आईएईए के बोर्ड आफ़ गवर्नर्ज़ की बैठक बुलाए जाने की अमरीकी अपील को इतिहास का सबसे कटु मज़ाक़ क़रार दिया है।
वियना में संयुक्त राष्ट्र संघ के हेडक्वाटर में स्थित ईरान के प्रतिनिधि कार्यालय के जारी बयान में परमाणु समझौते से अमरीका के ग़ैर क़ानूनी ढंग से अलग होने तथा वाइट हाऊस की ओर से अन्य देशों पर इस अंतर्राष्ट्रीय समझौते के उल्लंघन के लिए दबाव डाले जाने का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि आईएईए के बोर्ड आफ़ गवर्नर्ज़ की बैठक बुलाने सहित अमरीका की समस्त कार्यवाहियां, इस बात का चिन्ह है कि वाशिंग्टन अंतर्राष्ट्रीय मामलों में बहुपक्षीय सहयोग और क़ानून के बोलबाले के सिद्धांतों का विरोधी है।
बयान में कहा गया है कि आईएईए के बोर्ड आफ़ गवर्नर्ज़ की बैठक बुलाने की अमरीकी अपील का इस संस्था के मिशन और संबंधित गतिविधियों से दूर दूर का भी वास्ता नहीं है क्योंकि परमाणु समझौते पर अमल से संबंधित मामलों की केवल निर्धारित मैकेनिज़्म के भीतर ही समीक्षा की जा सकती है।
ईरान के प्रतिनिधि कार्यालय के जारी बयान में यह बात बल देकर कही गयी है कि परमाणु समझौते पर अमल के स्तर में कमी का फ़ैसला उन परिस्थितियों पर प्रतिक्रिया है जो अमरीका ने ईरान के लिए पैदा की हैं।
अमरीकी अधिकारी पिछले कुछ दिनों के दौरान, ईरान की ओर से संवर्धित यूरेनियम के भंडार में वृद्धि पर विरोधाभासी, ग़ैर क़ानूनी और परमाणु समझौते के विरुद्ध बयान दे रहे हैं और उनका दावा है कि ईरान को किसी भी स्तर पर यूरेनियम के संवर्धन का हक़ हासिल नहीं होना चाहिए। (AK)