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ईरान और रूस भविष्य की टेक्नालाजीज़ के रास्ते, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस या एआई, क्वांटम और फोटोनिक्स में सहयोग
May ०४, २०२५ १८:२६पार्सटुडे - ईरान के उपराष्ट्रपति ने कहा: ईरानी सरकार का विशेष ध्यान उभरती टेक्नालाजीज़ और नालेज बेस्ड पर है, विशेष रूप से क्वांटम और फोटोनिक्स के क्षेत्र में, और वह इस क्षेत्र में रूस के साथ संयुक्त सहयोग में रुचि रखती है।
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बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन में ईरान दुनिया के तीन अग्रणी देशों में शामिल
Mar १४, २०२५ १२:४४पार्सटुडे- चिकित्सा के क्षेत्र में ज़बरदस्त प्रगति की वजह से ईरान बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र में तीन अग्रणी देशों में शामिल हो गया है।
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इंडोनेशिया में ईरानी रोबोटिक सर्जरी सिस्टम की नई पीढ़ी स्थापित
Mar ०४, २०२५ १७:३८पार्सटुडे - ईरानी रिमोट रोबोटिक सर्जरी सिस्टम "सीना" के तीसरे और चौथे नमूने, इंडोनेशिया के मेदान और मकासर शहरों में ट्रेनिंग चरण में दाख़िल हो गये।
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प्रोबायोटिक फ़ूड रिसर्च में ईरान की छठी रैंक, हृदय रोगियों के लिए चीन का नया चावल
Feb २८, २०२५ १७:०१पार्सटुडे - ईरान प्रोबायोटिक फ़ूड रिसर्च में दुनिया में छठे स्थान पर है।
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एक ईरानी लड़की, इस साल की ब्रिक्स शोधकर्ता बनी / 2025 में ब्रिक्स की प्राथमिकताओं का निर्धारण
Feb १७, २०२५ १५:१०पार्सटुडे- तेहरान विश्वविद्यालय के विश्व अध्ययन फ़ैक्लटी की एक छात्रा ने 2025 ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन के युवा शोधकर्ता का खिताब जीत लिया।
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पिछले 3 वर्षों में 16 हज़ार ईरानी शोध छात्रों की वृद्धि
Jan ३०, २०२५ १६:२७पार्सटुडे- ईरान में डॉक्टरेट छात्रों की संख्या, जो ज़्यादातर शोध के छात्र हैं, पिछले तीन शैक्षणिक वर्षों में 1 लाख 37 हज़ार से बढ़कर 1 लाख 53 हज़ार हो गई है।
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रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा के रोगियों में अंधेपन को रोकने में ईरानी शोधकर्ताओं ने हासिल की सफलता
Jul २४, २०२४ २२:२५संयोजक वायरल वैक्टर का आविष्कार करके, ईरानी शोधकर्ताओं ने वंशानुगत बीमारी रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा के रोगियों में अंधेपन को रोकने में सफलता प्राप्त की है।
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ईरानी शोधकर्ताओं ने जड़ी-बूटियों और पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में दुनिया में चौथी रैंक हासिल की है
May ०७, २०२४ १४:१७ईरानी राष्ट्रपति कार्यालय में जड़ी-बूटियों और पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विकास के सचिव मोहम्मद रज़ा शम्स अर्दकानी ने ईरान में पारंपरिक चिकित्सा के पुराने इतिहास का ज़िक्र करते हुए कहाः पारंपरिक चिकित्सा के कॉलेजों की स्थापना के बाद से इस क्षेत्र में अच्छी सफलता और प्रगति दिखाई दी है और 2022 के बाद दो बार हम विश्व में चौथे स्थान पर रहे हैं, जो एक संतोषजनक सफलता है।