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फ़िलिस्तीन और कर्बला में संबंध, स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. की बेटी सम्मानित, एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की रिपोर्ट
Oct २१, २०२४ १६:४५पार्सटुडे- अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने वालों ने कहा है कि मुजाहिदों ने प्रतिरोध की संस्कृति को कर्बला से लिया है।
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राष्ट्रपति और ईरानी सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. की आकांक्षाओं के प्रति वचनबद्धता जताई
Aug २४, २०२४ १६:०३पार्सटुडे- राष्ट्रपति और ईरानी सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य तेहरान में इस्लामी व्यवस्था के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. के हरम में हाज़िर हुए और स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. की आकांक्षाओं के प्रति वचनबद्धता जताई।
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स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. व हुकूमत करने के तरीक़े में परिवर्तन/ पश्चिम के तरीक़े से नहीं
Jun ०३, २०२४ १९:५६पार्सटुडे- पश्चिम के प्राचीन फ़ल्सफ़ियों का मानना था" कि किसे हुकूमत करना चाहिये" यह महत्वपूर्ण है।
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हमारा ध्यान ग़रीबों व निर्धनों पर होना चाहिये/ स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. और वंचितों की समस्या
Jun ०३, २०२४ १५:१६पार्सटुडे- स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. के अनुसार ग़रीब और वंचित लोगों पर ध्यान देना महान ईश्वर के अधिकारों पर ध्यान देना है। स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी फ़रमाते हैं कि इस्लाम ने कहा है कि हमारा ध्यान ग़रीबों व निर्धनों पर होना चाहिये।
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रूसी की ईरान विशेषज्ञ: ईरान पूर्व और पश्चिम के लिए तरक़्की का एक मिसाली नूमना है
May ०४, २०२४ १९:२५पार्सटुडेः मिस लूडमिला अवेदियोवा, रूस की ईरान विशेषज्ञ हैं, जो कवि और लेखक भी हैं, वह इस बात पर यक़ीन रखती हैं कि समकालीन ईरान ने तरक़्क़ी का एक लंबा रास्ता तय किया है, ऐसी प्रगति के लिए कई शताब्दियों की आवश्यकता होती है। लूडमिला का मानना है कि इस्लामी क्रांति की महान सफलता के बाद ईरान एक रोल मॉडल देश बन गया है जो पूर्व और पश्चिमी दुनिया के लिए एक मिसाल है।
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इमाम ख़ुमैनी ज़ायोनी विचारधारा के ख़िलाफ़ संघर्ष के ध्वजवाहक
Apr ३०, २०२४ १३:३७शाह का तख्तापलट और इमाम खुमैनी के नेतृत्व में ईरान में इस्लामी व्यवस्था का शासन, ऐसा घातक और भीषण झटका था जिसने ज़ायोनीवादियों के विस्तारवादी लक्ष्यों को गंभीर रूप से ख़तरे में डाल दिया था।
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जनता ने ईरान में इस्लामी गणतंत्र को क्यों चुना, क्या जनता ने जो सपना देखा था वह हुआ साकार?
Apr ०१, २०२४ ०६:५५कल रविवार 12 फ़रवरदीन बराबर 1 अप्रैल था जो "इस्लामिक रिपब्लिक" का दिन था। यह दिन राष्ट्रीय सम्मान को साकार करने और क्रांतिकारी जनता के हाथों देश की नियति निर्धारित करने में महान ईरानी राष्ट्र की इच्छा की एक वास्तविक अभिव्यक्ति का दिन था।
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इमाम ख़ुमैनी के शेरों पर एक नज़र, प्रेम से लेकर ईश्वर में फ़ना हो जाने तक का सफ़र
Mar २१, २०२४ १५:५३वर्ष 1979 में ईरान की कामयाब होने वाली इस्लामी क्रांति के संस्थापक इमाम खुमैनी रहमतुल्लाह अलैह (1989-1902) अपनी युवावस्था से ही शेर व शायरी का शौक़ रखते थे और उन्होंने एक ऐसी कविता या शेर कहा है जिसमें कवियों की प्रशंसा की गयी है।
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रिपोर्टः ग़ज़्ज़ा युद्ध के बीच इमाम ख़ुमैनी (र.ह) की बेटी का मुस्लिम देशों के नाम लिखा ख़त हुआ वायरल, इस्लामी देशों को डॉक्टर ज़हरा मुस्तफ़वी ने किस बात की दी थी चेतावनी?
Feb ०२, २०२४ २०:२१ईरान की इस्लामी क्रांति के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी की बेटी डॉक्टर ज़हरा मुस्तफ़वी ने इस्राईल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने वाले मुस्लिम व अरब देशों को बहुत पहले ही चेतावनी देते हुए कहा था कि वह ऐसा करके न केवल फ़िलिस्तीनी राष्ट्र बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं।
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ग़ज़्ज़ा में नर्सों और डॉक्टरों का संघर्ष और बलिदान इतिहास में दर्ज किया जाएगा: राष्ट्रपति रईसी
Nov १९, २०२३ १७:३७इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति ने कहा है कि ग़ज़्ज़ा में जिस प्रकार अपनी जान की परवाह किए बिना डॉक्टरों और नर्सों द्वारा सेवा की जा रही है उसे इतिहास हमेशा याद रखेगा।