Oct ०२, २०२३ १८:१३
भारत में एक ओर जहां केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें तक मंदिरों और मूर्तियों के निर्माण में पानी की तरह पैसे बहा रही हैं। साथ ही बड़े-बड़े धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी सरकारी ख़र्च पर किए जा रहे हैं, वहीं इस देश में मुसलमानों को अपने धार्मिक कर्तव्यों का निर्वाहन करने के लिए एक-एक गज़ ज़मीन के लिए संघर्ष करना पड़ा रहा है।