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आतंकी इस्राईल के ठिकानों पर हिज़्बुल्लाह का हल्ला बोल, हमले के जारी वीडियो ने नेतन्याहू के भी उड़ाए होश+ वीडियो
Oct १९, २०२३ १४:३३लेबनानी सूत्रों ने सूचना दी है कि शबआ और कफ़र शूबा में आतंकी ज़ायोनी सेना के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए हिज़्बुल्लाह ने मिसाइल हमले किए हैं।
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अब समझ में आया कि कर्बला में 72 क्यों थे? क्रूर शासकों के दबाव में पहले भी इंसानियत के मददगार को अकेला छोड़ा जा चुका है
Oct १८, २०२३ १७:३०इस्लाम एक ऐसा धर्म है जो किसी धर्म की बुराई करने से रोकता है। इस्लाम ने हमेशा अधर्मियों के विरुद्ध मार्चा खोला है। पवित्र क़ुरआन में अल्लाह यह आदेश देता है कि किसी के झूठे ख़ुदाओं को भी बुरा न कहो। साथ ही इस्लाम किसी भी बेगुनाह की हत्या को भी पूरी तरह इंसानियत के ख़िलाफ़ काम मानता है।
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यह कैसे वहशी जानवर हैं जो केवल बच्चों के ख़ून के प्यासे हैं? चुन-चुनकर फ़िलिस्तीनी मासूमों का नरसंहार करता इस्राईल+ वीडियो
Oct १८, २०२३ १५:४८बहुत से लोग यह सवाल करते हैं कि आख़िर फ़िलिस्तीनियों में इतना आक्रोश क्यों देखा जाता है। तो उनकी जानकारी के लिए यह बता दें कि जब माओं की गोद उजड़ती है तो ज़मीन कांप जाती है, आसमान भी ख़ून के आंसू रोता है तो फिर यह तो इंसान हैं जो अपने बच्चों के नरसंहार पर केवल अपना ग़ुस्सा ही दिखा रहे हैं। ज़रा कल्पना करके देखें कि हज़ारों की संख्या में आपके सामने बच्चों की लाशें हों और उनके क़ातिल को दुनिया शाबाशी दे रही हो।
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फ़िलिस्तीन अभी ज़िन्दा है, अलअक़्सा तूफ़ान ने बहुत सारी तस्वीरों को किया साफ़, एक झटके में नेतन्याहू का सपना हुआ चकनाचूर!
Oct १७, २०२३ १६:५४एक ओर 75 वर्षों से फ़िलिस्तीनी जनता का ख़ून बहाने वाला अवैध आतंकी शासन इस्राईल है और दूसरी ओर सात दशक पहले दर-दर भटक रहे यहूदियों को सिर छिपाने के लिए अपनी जगह देने वाले दयालु, बाहदुर, धैर्यवान और इस समय दुनिया की सबसे पीड़ित फ़िलिस्तीनी जनता है। हंसी के साथ-साथ शर्म आती है उन नेताओं, पत्रकारों और संस्थाओं पर जो फ़िलिस्तीन के संघर्षकर्ताओं को आतंकवादी और इस्राईली आतंकियों को आत्मरक्षा करने वाले सिपाही बता रहे हैं।
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आतंकवाद से मुक़ाबले के नाम पर आतंक के सबसे बड़े समर्थक बने अमेरिका और यूरोपीय देश! हमास और इस्राईल युद्ध में बिकाऊ मीडिया की भी खुली पोल
Oct १६, २०२३ १९:०३हमास और इस्राईल के बीच भयानक युद्ध चल रहा है। इस युद्ध के नुक़सान का अंदाज़ा भी नहीं लगाया जा सकता। नुक़सान दोनों तरफ हो रहा है। फ़र्क़ सिर्फ इतना है कि इस्राईल के पास नवीनतम हथियार, लाखों प्रशिक्षित सैनिक, एक रक्षा प्रणाली के साथ-साथ विश्व शक्तियां उसका समर्थन कर रही हैं। दूसरी तरफ, केवल हमास है, जिसके पास हज़ारों सैनिक हैं। कोई नई तकनीक नहीं, कोई नए हथियार नहीं, कोई रक्षा प्रणाली नहीं।
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मुसलमानों को बांटे रखना, दुश्मनों की सबसे बड़ी साज़िश, एकजुटता के साथ फ़िलिस्तीन की मदद का समय आ चुका है, मज़लूमों की जीत सुनिश्चित हैः सर्वोच्च नेता
Oct १५, २०२३ १४:२२इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शनिवार को नाइजीरिया के लोक प्रिय इस्लामी आंदोलन के प्रमुख आयतुल्लाह शेख़ इब्राहीम ज़कज़की, उनकी धर्मपत्नी और बेटियों के साथ हुई मुलाक़ात में ग़ाज़ा की हालिया स्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा कि फ़िलिस्तीन में हालिया दिनों में जो घटनाएं घटी हैं वही इस्लाम की शक्ति के प्रतीकों में से एक मुद्दा है।
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ग़ाज़ा की स्थिति काफ़ी चिंताजनक, नस्लीय सफ़ाए की तरफ़ बढ़ रहा है इस्राईलः संयुक्त राष्ट्र संघ
Oct १५, २०२३ १४:१७संयुक्त राष्ट्र की एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ फ़्रांसेस्का अलबानीज़ ने शनिवार को आगाह करते हुए कहा है कि फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, नागरिक आबादी अब “सामूहिक नस्लीय सफ़ाए” के गंभीर ख़तरे का सामना कर रही है। उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय से तुरंत युद्धविराम लागू करवाने की अपील की है।
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इस्राईल पर फिर हुई मिसाइलों की बारिश, प्रतिरोध ने तोड़ा इस्राईल और अमेरिका का अहंकार, तेलअवीव समेत कई अन्य इलाक़ों पर प्रतिरोध की जवाबी कार्यवाही
Oct १५, २०२३ ०८:२३इस्राईल द्वारा लगातार ग़ाज़ा पर किए जा रहे पाश्विक हमलों के जवाब में फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने एक बार फिर अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर मिसाइलों से हमला किया है।
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राष्ट्र संघ को भंग कर देना ही बेहतर, फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार पर बेबस अंतर्राष्ट्रीय संगठन, ग़ाज़ा में 2200 से अधिक मौतें
Oct १४, २०२३ १८:२३इस समय इस्राईल जिस प्रकार गाज़ा पर पाश्विक हमले कर रहा है और फ़िलिस्तीनियों को नरसंहार कर रहा है उससे यह बात साफ़ हो गई है कि क्योंकि उसको अमेरिका का समर्थन हासिल है इसलिए संयुक्त राष्ट्र संघ केवल खेद प्रकट करने के अलावा कुछ भी नहीं कर पा रहा है।
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कायरों की तरह लड़ता है इस्राईल, फ़िलिस्तीनी जियालों की ललकार से ज़ायोनी सैनिकों की निकली चीख़
Oct १०, २०२३ १५:२३इस्राईल इस समय जिस तरह गाज़ा पर पाश्विक हमले कर रहा है उससे यह बात तो साबित होती है कि अवैध ज़ायोनी शासन कभी भी आमने-सामने का युद्ध नहीं लड़ सकता है। जब-जब भी इस्राईल का सामना फ़िलिस्तीनी जियालों हुआ है तब-तब उसके आतंकी सैनिक मैदान छोड़कर भागते नज़र आए हैं। सात अक्तूबर को फ़िलिस्तीनी जियालों द्वारा किए गए जवाबी हमले के बाद एक बार फिर ज़ायोनी शासन ने अपना असली चेहरा दिखाते हुए फ़िलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाना शुरु कर दिया है।