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आख़िरकार जिस बात का डर था वही होने लगा, पश्चिमी एशिया में एक और युद्ध ने दी दस्तक, यमन पर ब्रिटेन और अमेरिका का हमला, ईरान ने दी प्रतिक्रिया
Jan १२, २०२४ १३:५८इस्लामी गणराज्य ईरान ग़ज़्ज़ा में अवैध आतंकी शासन इस्राईल द्वारा किए जाने वाले पाश्विक हमलों को लेकर लगातार जिस चीज़ की चेतावनी दे रहा था आख़िरकार वह सच होती दिखाई दे रही है। बता दें कि तेहरान ने बारमबार यह बात कही थी कि ग़ज़्ज़ा युद्ध में जिस प्रकार अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों द्वारा अवैध ज़ायोनी शासन का समर्थन किया जा रहा है वह हालात और ख़राब करेंगे और ग़ज़्ज़ा युद्ध की आग पूरे क्षेत्र तक फैलने का कारण बन सकता है।
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वीडियो रिपोर्टः क्या अमेरिका और ब्रिटेन के हाथों की कठपुतली बना चुका सुरक्षा परिषद? इंसानों से ज़्यादा जहाज़ों को बचाने की चिंता!
Jan १२, २०२४ १३:२३ऐसी स्थिति में कि जब पिछले 90 दिनों में जहां अमेरिका ने ग़ज़्ज़ा में संघर्ष विराम और ज़ायोनी शासन के पाश्विक हमलों को रोकने के लिए सुरक्षा परिषद में किसी भी प्रस्ताव को मंज़ूर नहीं होने दिया, वहीं सुरक्षा परिषद की एक बैठक में लाल सागर में ज़ायोनी शासन से संबंधित जहाज़ों पर यमनी सेना के हमलों को तुरंत रोकने के ख़ुद द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को मंज़ूर करा लिया। हालांकि इस प्रस्ताव के पारित होने से पहले रूस ने प्रस्ताव के मसौदे में तीन संशोधनों का सुझाव रखा, जिसका उद्देशय यह था कि लाल सागर में ...
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लाल सागर में यमनी सेना का तूफ़ान जारी, हमलावरों के जहाज़ को फिर बनाया निशाना!
Jan १०, २०२४ १८:५७यमनी सेना ने ऐलान किया है कि इस देश की सेना ने लाल सागर में एक और जहाज़ को निशाना बनाया है।
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अमेरिकी वीटो को लेकर यूएन महासभा में बड़ी चर्चा, अवैध इस्राईली शासन का समर्थन करके दुनिया के सामने शर्मसार होता अमेरिका!
Jan १०, २०२४ १५:०५संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष ने मंगलवार को सदस्य देशों को बताया कि ग़ज़्ज़ा में तात्कालिक प्राथमिकता, आम लोगों की ज़िन्दगियों की रक्षा करना है। पिछले महीने सुरक्षा परिषद में, ग़ज़्ज़ा की स्थिति पर एक प्रस्ताव पर, अमेरिका द्वारा वीटो अधिकार का इस्तेमाल किए जाने के बाद बुलाई गई एक बैठक में यह बात कही गई है।
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पवित्र क़ुरआन के नूर से जगमाता ईरान, इब्ने आशूब और आयतुल्लाह जवादी के क़ुरआन की व्याख्याओं को किया जाएगा सम्मानित
Jan ०२, २०२४ १३:३९तेहरान में "रेसालातुल्लाह" शीर्षक के तहत पवित्र क़ुरान के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में, ईरान के समकालीन बुद्धिजीवी और दर्शनशास्त्री आयतुल्लाह जवादी आमुली और मिस्र के इब्ने आशूब द्वारा पवित्र क़ुरआन की लिखी गई व्याख्याओं को सम्मानित किया जाएगा।
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फ़िलिस्तीन संकट 7 अक्तूबर से नहीं बल्कि पिछले 75 वर्षों से चला आ रहा हैः ईरान
Jan ०१, २०२४ १४:३३अब्दुल्लाहियान कहते हैं कि फ़िलिस्तीन के संकट में ब्रिटेन की बहुत ही स्पष्ट भूमिका रही है।
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रिपोर्टः आईआरजीसी, अमेरिका और ब्रिटेन के लिए बना डरावना सपना, सच्चाई के लिए मौत से खेलने वालों पर प्रतिबंध लगाकर कुछ नहीं मिलेगा!
Dec १७, २०२३ २०:०५मानवाधिकारों की रक्षा का दावा करने वाली अमेरिकी और ब्रिटिश सरकारों ने इस बार ईरान की इस्लामी क्रांति के सरंक्षक बल आईआरजीसी के कमांडरों के ख़िलाफ़ नए प्रतिबंध लगाकर ग़ज़्ज़ा के लोगों के ख़िलाफ़ अवैध आतंकी इस्राईली शासन द्वारा किए जा रहे जघन्य अपराधों के प्रति अपना समर्थन जारी रखा है।
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ब्रिटेन में शरण न मिलने के बाद पूर्व अफ़ग़ान सैनिकों के सामने गंभीर हालात
Dec १३, २०२३ १२:०२ब्रिटेन पलायन के इंतेज़ार में पाकिस्तान में फंसे लगभग 200 अफ़ग़ान स्पेशल फ़ोर्स के जवानों को गंभीर हालात का सामना है। यह लोग वर्ष 2021 में फ़रार होकर पाकिस्तान गए थे और वहां से ब्रिटेन जाने की कोशिश में थे।
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ग़ज़्ज़ा युद्ध ने बहुत सारी छिपी सच्चाइयों से उठाया पर्दा, दुश्मन चाहे जितना ज़ोर लगा ले, उसकी पराजय निश्चित हैः आयतुल्लाह ख़ामेनेई
Nov १९, २०२३ १९:०५इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने अवैध ज़ायोनी सरकार को नस्लवाद का प्रतीक बताया है और कहा है कि आक्रमणकारी ज़ायोनी खुद को एक श्रेष्ठ नस्ल और दूसरों को नीचा और गिरा हुआ इंसान मानते हैं, यही कारण है कि उन्होंने हज़ारों बच्चों का बेरहमी से नरसंहार किया है।
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वीडियो रिपोर्टः ग़ज़्ज़ा में युद्धविराम को लेकर सुरक्षा परिषद में पास हुआ प्रस्ताव, लेकिन इस्राईल की मनमानी जारी, मानवीय ज़िन्दगियों से बढ़कर हैं नेतन्याहू के लक्ष्य!
Nov १६, २०२३ १९:२४ग़ज़्ज़ा युद्ध और अवैध ज़ायोनी शासन द्वारा फ़िलिस्तीनियों पर किए जाने वाले अत्याचारों और नरसंहार के सामने शांति और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने वाली संस्था के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ की निष्क्रियता और विशेष रूप सुरक्षा परिषद में जारी गतिरोध ने न केवल इस संस्था की साख को चोट पहुंचाया है बल्कि वैश्विक स्तर पर इसकी काफ़ी आलोचना हो रही है। अब 40 दिन बाद सुरक्षा परिषद ने एक न्यूनतम प्रस्ताव पारित कर ग़ज़्ज़ा युद्ध ख़त्म करने की दिशा में क़दम उठाया है। दिन ब दिन गहराते ग़ज़्ज़ा संकट का ...