यमन की नेश्नल साल्वेशन सरकार के रक्षामंत्री ब्रिगेडियर मुहम्मद नासिर अलआतेफ़ी ने कहा है कि सऊदी गठबंधन शर्तों पर अमल करके अपनी सद्भावना का प्रदर्शन करे।
इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान अतीत की ही भांति यमनी जनता के अधिकारों और इस देश की जनता द्वारा स्वयं भाग्य निर्धारित करने के लिए बातचीत का समर्थन करता है।
मीडिया सूत्रों ने बताया है कि यमन की जनक्रांति काउंसिल के सदस्य मुहम्मद अली अलहूसी ने राजधानी सना में सऊदी अरब के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह के महासचिव अब्दुल मलिक बदरुद्दीन अलहूसी ने मस्जिदुल अक़सा पर हमले की ज़ायोनियों की शैतानी कार्रवाईयों की निंदा करते हुए उनसे मुकाबला करने का अह्वान किया है।
यमन के ख़िलाफ़ 8 साल से जारी युद्ध में औद्योगिक और व्यापारिक क्षेत्रों को 167 अरब डॉलर का नुक़सान पहुंचा है।
यमन के रक्षा मंत्री ने कहा है कि अगर हमलावर सैनिकों ने हमलों को रोकने के लिए अंसारुल्लाह प्रमुख के सुझाव पर अमल नहीं किया, तो उन्हें पछताना पड़ेगा।
यमन के एक मानवाधिकार केन्द्र का कहना है कि अमरीकी-सऊदी गठबंधन के 8 वर्षों के हालिया हमलों के दौरान 18 हज़ार से अधिक लोग मारे गये जबकि 30 हज़ार से अधिक लोग घायल हुए हैं।
यमन की सेना ने हमलावर सऊदी गठबंधन के एक और ड्रोन विमान को मार गिराया है।
यमनी मीडिया सूत्रों ने कहा कि संयुक्त अरब इमारात, यमन के सुक़ुत्रा द्वीप में घुसपैठ करने के सऊदी अरब के प्रयासों से चिंतित है और इस मुद्दे ने अबू धाबी को इन प्रयासों का मुकाबला करने के लिए कदम उठाने के लिए प्रेरित किया है।
यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह ने देश के तटवर्ती क्षेत्रों और द्वीपों में अमरीका की बढ़ती गतिविधियों के बारे में कड़ी चेतावनी दी है।