क्या आप जानते हैं सऊदी अरब किसका दोस्त है?
आतंकी ज़ायोनी सेना के एक वरिष्ठ जनरल का कहना है कि इस्राईल सऊदी अरब का दोस्त है, साथ ही रियाज़ और तेहरान के बीच किसी भी तरह की दोस्ती तेलअवीव के लिए ख़तरा है।
फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, आतंकी ज़ायोनी सेना के वरिष्ठ कमांडर यूसी कारीरूवासेर ने कहा है कि इस्राईल, सऊदी अरब और ईरान के बीच किसी भी तरह की दोस्ती को लेकर चिंतित है। हिब्रू भाषा के इस्राईली समाचार पत्र यदीऊत अहारनूत ने अवैध ज़ायोनी शासन के सैन्य ख़ुफ़िया जांच विभाग के पूर्व प्रमुख के हवाले से कहा है कि सऊदी अरब इस समय इस बात को लेकर बहुत ज़्यादा चिंतित है कि संयुक्त राज्य अमेरिका पश्चिमी एशिया से निकल जाएगा और इस क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति कम कर देगा।

इस बीच अलख़बर अलयमनी न्यूज़ वेबसाइट ने भी इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए इस बात पर बल दिया है कि सऊदी अरब ने ईरान के परमाणु समझौते को फिर से शुरू करने की अमेरिका की इच्छा को देखा था, यही वजह है कि वह अन्य दोस्तों की तलाश कर रहा है। इस न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार रियाज़ को इस बात की चिंता है कि अगर परमाणु समझौता हो जाता है तो उसका अमेरिका पर भरोसा करना मुश्किल हो जाएगा। यही कारण है कि आतंकी ज़ायोनी सेना के जनरल ने कहा है कि इस्राईल, सऊदी अरब का सच्चा और अच्छा दोस्त है, क्योंकि दोनों पक्षों के वास्तव में समान हित हैं। इस्राईली जनरल ने कहा कि हम तेलअवीव और रियाज़ को पूरी तरह एक होता देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब अपने सभी विकल्पों पर काम कर रहा है। इस्राईली जनरल का दावा था कि रियाज़ और तेहरान के बीच होने वाली वार्ता में केवल यमन का मुद्दा ही होता है। (RZ)
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