आशूर से पहले सऊदी अरब में शियों के विरुद्ध कार्यवाहियां तेज़
सऊदी शासन ने इस देश शिया मुसलमानों के विरुद्ध आशूर से पहले कार्यवाहियां तेज़ कर दी हैं।
जैसे-जैसे रोज़े आशूर निकट आता जा रहा है सऊदी अरब में रहने वाले शिया समुदाय के लिए परिस्थतियों को सख़्त बनाया जा रहा है।
सऊदी अरब के शिया बाहुल्य क्षेत्र क़तीफ़ में सुरक्षा व्यवस्था को सख़्त करके अज़ादारी में भाग लेने वालों को रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं। यह काम, मुहर्रम में सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर किये जा रहे हैं।
वहां पर एक क़ानून यह लाया गया है कि हर वह इमाम बाड़ा जिसमें मजलिस की जाएगी उसके मालिक को मजलिसे शुरू होने से पहले पुलिस में इसका पंजीकरण कराना होगा और हर प्रकार की दुर्धटना का ज़िम्मेदार वह स्वयं होगा।
इस बार सऊदी अरब में सड़कों पर परचम लगाने पर पाबंदी लगा दी गई है। इस बार किसी भी घर, इमारत या सार्वजनिक स्थल पर मुहर्रम से संबन्धित बैनर या परचम नहीं लग सकता। मुहर्रम के बारे में सऊदी शासन के नए आदेशों से वहां के शिया समुदाय के लोग बहुत दुखी हैं।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब में मानवाधिकारों का उल्लंघन एक सामान्य बात है। मानवाधिकार संगठन, सऊदी अरब में किये जाने वाले मानवाधिकारों के हनन की आलोचना करते रहे हैं।
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