सऊदी अरब, जाॅर्डन, ट्यूनीशिया और अलजीरिया, दाइश के अगले लक्ष्य
टीकाकारों का कहना है कि इराक़ व सीरिया में आतंकी गुट दाइश की पराजय के बाद संभावित रूप से सऊदी अरब, जाॅर्डन, ट्यूनीशिया और अलजीरिया में अस्थिरता की नई लहर आ सकती है।
अलआलम टीवी की रिपोर्ट के अनुसार कुछ टीकाकारों का कहना है कि अगर सीरिया का रक़्क़ा, इराक़ का मूसिल और लीबिया का सेर्त नगर दाइश के चंगुल से मुक्त हो जाता है तो मध्यपूर्व के क्षेत्र में हिंसा की एक नई लहर आ जाएगी जो बड़ी तेज़ी से सऊदी अरब, जाॅर्डन, ट्यूनीशिया और अलजीरिया को अपनी चपेट में ले लेगी और इन देशों को इराक़ व सीरिया में बदल देगी।
एक अरब टीकाकार मुहम्मद अल ताहिर ने अपने एक लेख में लिखा है कि साक्ष्यों से सिद्ध होता है कि अमरीका ने इराक़, सीरिया व लीबिया में दाइश से लड़ने का संकल्प कर लिया है जिसका मतलब यह है कि बराक ओबामा इन तीन देशों में दाइश की पराजय को अपनी विजय सूचि में बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने इस प्रश्न के उत्तर में कि पूरे संसार विशेष कर सऊदी अरब, ट्यूनीशिया और सूडान से इराक़, सीरिया व लीबिया पहुंचने वाले आतंकी इन देशों में पराजय के बाद कहां जाएंगे? कहा है कि संभावित रूप से सऊदी अरब, जाॅर्डन, ट्यूनीशिया और अलजीरिया दाइश के आतंकियों के अगले मेज़बान होंगे। (HN)