तुर्क सैनिकों की सीरिया की भूमि में घुसपैठ
तुर्क सैनिकों ने सीरिया के हलब शहर के उत्तरी उपनगरीय भाग से इस देश के भीतर घुसपैठ की।
तुर्क सैनिक, हलब के इफ़रीन उपनगरीय इलाक़े के हम्माम गांव के निकट 700 मीटर सीरिया की भूमि में दाख़िल हुए।
तुर्क सैनिकों ने यह घुसपैठ, इस देश की राष्ट्रीय सुरक्षा की बैठक के एक दिन बाद की। आतंकवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष के लिए सुरक्षा उपाय अपनाना इस बैठक का मुख्य विषय था।
इस बैठक के बाद तुर्की ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह सीरिया में जंग के कारण तुर्की के सामने मौजूद ख़तरे के संबंध में अधिक संवेदनशीलता दिखाए। इसके अलावा इस बैठक में दाइश के ख़िलाफ़ तुर्क सैनिकों की कार्यवाही की समीक्षा की गयी और आतंकियों के वजूद से ख़ाली एक नो फ़्लाई ज़ोन की स्थापना पर भी बल दिया गया।
पर्यवेक्षकों का मानना है कि इन दो बिन्दुओं पर तुर्की की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में बल दिया जाना, पड़ोसी देश सीरिया में अपनी सेना भेजने के लिए तुर्की के पास बहाने के लिए काफ़ी है।
हालिया दिनों में सीरिया में कुर्द मिलिशिया के हाथों दाइश की हार से संबंधित कुछ ख़बरें सामने आयी हैं। इसके अलावा एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने भाषण में रूस के प्रतनिधि ने तुर्की की ओर से दाइश को समर्थन की बात कहते हुए ऐसे सुबूत पेश किए जिनसे स्पष्ट होता है कि इराक़ के तिकरीत शहर के आस-पास विस्फोटक पदार्थ के निर्माण में जिन रासायनिक पदार्थ को आतंकियों ने इस्तेमाल किया वह तुर्की के कारख़ानों में उत्पादित हुए हैं।
कुछ पर्यवेक्षकों का मानना है कि तुर्क अधिकारियों का दाइश के साथ साथ पीकेके को आतंकवादी संगठन कहना और इन दोनों गुटों के ख़िलाफ़ एक जैसा फ़ैसला लेने पर बल देना, सिर्फ़ एक बहाना है कि जिसका लक्ष्य पीकेके का उत्तरी सीरिया के क्षेत्रों में दमन करना है।
इसके साथ ही कुछ पर्यवेक्षकों का यह भी मानना है कि तुर्क नेता झूठे संकटों के ज़रिए राजनैतिक लक्ष्य साधना चाहते हैं जिस प्रकार उन्होंने पिछले संसदीय चुनाव के दूसरे चरण में डर का वातावरण फैलाकर संसद की अधिक सीटें हासिल की थीं। (MAQ/T)