ग़ज़्ज़ा के 27 अस्पताल हुए पूरी तरह से निष्क्रिय
फ़िलिस्तीन के रेड क्रीसेंट ने ग़ज़्ज़ा में स्वास्थ्य स्थति को लेकर चेतावनी दी है।
ग़ज़्ज़ा के 27 अस्पताल पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं। ज़ायोनी शासन की भीषण बमबारी में ग़ज़्ज़ा के अधिकांश अस्पताल नष्ट हो गए। इन हमलों में अस्पताल की इमारतों के साथ ही वहां पर रखे चिकित्सा उपकरण भी बुरी तरह से टूट-फूट चुके हैं।
इसी बीच रेड क्रीसेंट ने बताया है कि ग़ज़्ज़ा के लिए जो सहायता भेजी जा रही है वह पर्याप्त नहीं है। इसको ऊंट के मुंह में ज़ीरा कहा जा सकता है। कुछ अस्पतालों में छोटे बच्चों के क्षत-विक्षत शव भी मिले हैं। वहां पर डायपर और दूध की बोतलें भी पड़ी पाई गईं।
रिपोर्टों में बताया गया है कि ज़ायोनियों के स्नैपरों ने कई अस्पतालों के डाक्टरों को अपनी गोलियों का लक्ष्य बनाया। एक फ़िलिस्तीनी डाक्टर को उस समय इस्राईली स्नाइपरों ने गोली मार दी जब अस्पताल के भीतर दवाइयों के भण्डार से दवाएं निकलवाने जा रहे थे। इस हमले में अस्पताल के दो अन्य कर्मचारी भी मारे गए।
फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से घोषणा की गई है कि ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के हमलों के शुरू से लेकर अबतक 17700 फ़िलिस्तीनी शहीद हुए हैं जबकि 48 हज़ार फ़िलिस्तीनी घायल हो चुके हैं। घायल फ़िलिस्तीनियों को अपने उपचार में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि ग़ज़्ज़ा के अधिकांश अस्पताल निष्क्रिय पड़े हैं।
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