ग़ज़्ज़ा के रफह क्षेत्र को लेकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ीं चिंताएं
लाखों फ़िलिस्तीनी पलायनकर्ताओं के शरणस्थल बने रफह क्षेत्र पर नेतनयाहू ने हमला करने का फैसला किया है।
हालैण्ड ने दक्षिणी ग़ज़्ज़ा के प्रति सचेत किया है। हालैण्ड के विदेशमंत्री कहते हैं कि ग़ज़्ज़ा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में एक गंभीर मानवीय त्रासदी उत्पन्न हो सकती है।
हांके ब्रोएंसी ने ग़ज़्ज़ा पट्टी के रफह की हालत को बहुत ही ख़तरनाक बताते हुए सचेत किया है। उनका कहना है कि यहां पर ज़ायोनियों के हमलों का किसी भी स्थति में औचित्य पेश नहीं किया जा सकता क्योंकि उससे एक बहुत ही भयंकर मानव त्रासदी उत्पन्न होगी। उन्होंने बताया कि लाखों की संख्या में असहाय फ़िलिस्तीनी भागकर दक्षिणी ग़ज़्ज़ा पहुंचे हैं। एसे में जनसंख्या से भरे हुए इस क्षेत्र पर हमला हज़ारों लोगों की मौत का कारण बनेगा।
इससे पहले फ्रांस के सांसद एरिक कोकेल ने एक दल के साथ रफह पास की यात्रा की थी। उन्होंने यहा पर फ़िलिस्तीनियों के किये जा रहे जनसंहार पर चिंता जताते हुए समस्त देशों से इसको रुकवाने की मांग की थी।
कुछ दिन पहले यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रभारी जोसेफ बोरेल ने भी रफ़्ह पर ज़ायोनी शासन की संभावित कार्यवाही के प्रति सचेत करते हुए कहा था कि वहां पर हमला निश्चित रूप में एक गंभीर मानवीय त्रासदी को जन्म देगा।
ब्रिटेन के विदेशमंत्री डेविड कैमरून भी इस बारे में चिंता व्यक्त कर चुके हैं। ज्ञात रहे कि नेतनयाहू ने दक्षिणी ग़ज़्ज़ा के रफह क्षेत्र पर हमला करने की बात कह दी है।