बहरैन में वरिष्ठ धर्मगुरु के समर्थन में धरना
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2 जुलाई 2016 को मनामा के पश्चिम में स्थित दिराज़ गांव में शैख़ क़ासिम के घर के बाहर प्रदर्शन की तस्वीर
बहरैन में वरिष्ठ शिया धर्मगुरु शैख़ ईसा क़ासिम के प्रति समर्थन दर्शाने के लिए दर्जनों बहरैन वासियों ने धरना प्रदर्शन किया। बहरैन में आले ख़लीफ़ा शासन ने शैख़ ईसा क़ासिम की नागरिकता रद्द कर दी है।
यह धरना प्रदर्शन शनिवार की शाम राजधानी मनामा के पश्चिमोत्तरी गांव दिराज़ में शैख़ क़ासिम के घर के बाहर हुआ जिसके दौरान जनता ने मनामा सरकार के 20 जून के उस फ़ैसले का कड़ाई से विरोध किया जिसके तहत शैख़ ईसा क़ासिम की नागरिकता रद्द की गयी। बहरैनी जनता ने कहा कि शैख़ ईसा क़ासिम उसके लिए लाल रेखा हैं।
शैख़ ईसा क़ासिम की नागरिकता रद्द करने से एक हफ़्ते पहले बहरैनी न्याय मंत्रालय ने इस देश के सबसे बड़े दल अलवेफ़ाक़ राष्ट्रीय दल पर पाबंदी लगायी है।
इसी प्रकार बहरैनी शासन ने शैख़ ईसा क़ासिम के रिसाला इस्लामी संगठन औ इस्लामी जागरुकता संस्था को भंग कर दिया है।
दूसरी ओर शनिवार देर रात बहरैन के सितरा द्वीप और उसके पड़ोसी गांव नुवैदरात में जनता ने इस देश में प्रजातंत्र की मांग के लिए शांतिपूर्ण अभियान को जारी रखने का संकल्प दिखाते हुए प्रदर्शन किए।
(MAQ/N)