तुर्की में नाइट क्लब पर हमला, 39 हताहत 69 घायल + वीडियो
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तुर्की के इस्तांबोल शहर में रविवार तड़के एक नाइट क्लब पर एक सशस्त्र व्यक्ति ने हमला किया जिसमें कम से कम 39 लोग मारे गए और 69 अन्य घायल हुए।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Jan ०१, २०१७ ०८:५० Asia/Kolkata

तुर्की के इस्तांबोल शहर में रविवार तड़के एक नाइट क्लब पर एक सशस्त्र व्यक्ति ने हमला किया जिसमें कम से कम 39 लोग मारे गए और 69 अन्य घायल हुए।

रिपोर्ट के अनुसार, बंदूक़धारी सेंटा क्लॉज़ के लेबास में था। उसने नाइट क्लब में दाख़िल होने से पहले एक पुलिस अधिकारी और एक नागरिक को गोली मारी और फिर ‘रेना’ नाइट क्लब में घुस कर लोगों पर अंधाधुंध फ़ायरिंग शुरु कर दी जहां लोग नए साल का उत्सव मना रहे थे।

इस्तांबोल के राज्यपाल वासिप साहिन ने घटना स्थल पर पत्रकारों को बताया, “लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार लिए एक आतंकी ने उन निर्दोष लोगों पर फ़ायरिंग की जो नए साल का उत्सव मना रहे थे और मनोरंजन कर रहे थे।”

समझा जाता है कि हमले के समय लगभग 500 से 600 लोग मौजूद थे।

1 जनवरी 2017 को इस्तांबोल में नए साल की पार्टी के दौरान एक नाइट क्लब में बंदूक़द से हुए हमले के बाद, क्लब के पास पहुंचती एंब्यूलेंस

 

अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस घटना पर शोक प्रकट किया है।

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ज्ञात रहे तुर्की पिछले डेढ़ साल में आतंकी हमलों के निशाने पर रहा है। ज़्यादातर बम हमलों के लिए तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश, कुर्दिस्तान वर्कर्ज़ पार्टी पीकेके और दूसरे कुर्द गुटों को दोषी ठहराया गया है।

10 दिसंबर 2016 को दोहरे बम हमले में 44 लोग हताहत और 150 से ज़्यादा घायल हुए थे। हताहत होने वालों में ज़्यादातर पुलिस कर्मी थे। इस घटना का दूसरा बम हमला उस समय हुआ था जब पुलिस ने आत्मघाती को घेरे में ले लिया था कि उसने ख़ुद को धमाके से उड़ा लिया।

19 दिसंबर 2016 को राजधानी अंकारा में तस्वीरों की प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह के दौरान रूसी राजदूत को गोली मारी गयी। गोली मारने वाला एक पुलिस कर्मी था जो उस समय ड्यूटी पर नहीं था।

जून में इस्तांबोल के अतातुर्क एयरपोर्ट पर दाइश के हमले में 41 व्यक्ति हताहत और 240 से ज़्यादा घायल हुए थे।

ग़ौरतलब है कि तुर्की में 15 जुलाई 2016 के नाकाम सैन्य विद्रोह के बाद आपात स्थिति लागू है। अंकारा उन लोगों का कड़ाई से दमन कर रहा है जिन पर विद्रोह का षड्यंत्र रचने वालों से संपर्क होने का संदेह है। (MAQ/N)