सीसी का इमारात का दौरा, चुनावी लक्ष्यों से प्रभावित
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मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़त्ताह अस्सीसी ओमान की तीन दिवसीय यात्रा के बाद मंगलवार को संयुक्त अरब इमारात की राजधानी अबू धाबी पहुंचे।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Feb ०७, २०१८ १७:१० Asia/Kolkata

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़त्ताह अस्सीसी ओमान की तीन दिवसीय यात्रा के बाद मंगलवार को संयुक्त अरब इमारात की राजधानी अबू धाबी पहुंचे।

दुबई के शासक मुहम्मद बिन राशिद और अबू धाबी के युवराज मुहम्मद बिन ज़ाएद ने उनकी अगवानी की और दोनों देशों की आपसी रुचि के मामलों पर चर्चा की। संयुक्त अरब इमारात उन देशों में से एक है जिनका सीसी ने राष्ट्रपति के रूप में सबसे अधिक दौरा किया है। इसका एक कारण यह है कि क़ाहेरा और रियाज़ के संबंधों के विपरीत क़ाहेरा और अबू धाबी के संबंधों में बहुत कम तनाव आया है और ये लगभग स्थिर रहे हैं। इसी के साथ एक कारण यह भी है कि इमारात ने वर्ष 2013 में मुहम्मद मुरसी की सरकार के विरुद्ध सैन्य विद्रोह का समर्थन किया था।

 

वर्तमान समय में भी क़तर से मिस्र और इमारात का टकराव दोनों देशों के संबंधों में विस्तार का एक कारण है। मिस्र ने बहरैन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब इमारात के साथ मिल कर जून 2017 में आतंकवाद के समर्थन के बहाने क़तर से अपने संबंध तोड़ लिए थे। निश्चित रूप से सीसी के इमारात के वर्तमान दौरे का एक कारण, मार्च 2018 में मिस्र में होने वाला राष्ट्रपति चुनाव है। इमारात की सरकार ने न केवल यह कि मुहम्मद मुरसी के ख़िलाफ़ सैन्य विद्रोह के बाद अंतरिम और फिर सीसी की सरकार का आर्थिक समर्थन किया बल्कि उसके बाद भी अपना यह समर्थन जारी रखा।

 

अब्दुल फ़त्ताह सीसी राष्ट्रपति चुनाव से पहले इस बात की आशा रखते हैं कि संयुक्त अरब इमारात उनका आर्थिक और ग़ैर आर्थिक समर्थन जारी रखेगा। इस आधार पर कहा जा सकता है कि उनकी इस यात्रा के उद्देश्यों में चुनावी लक्ष्य सबसे अहम हैं। (HN)