हमास का एेलानः फिलिस्तीनी इस्राईल की धमकियों से डरते नहीं!
(last modified Tue, 20 Feb 2018 07:12:39 GMT )
Feb २०, २०१८ १२:४२ Asia/Kolkata
  • हमास का एेलानः फिलिस्तीनी इस्राईल की धमकियों से डरते नहीं!

फिलिस्तीनी प्रतिरोध संगठन " हमास" ने कहा है कि गज़्ज़ा पट्टी के वासी ज़ायोनी नेताओं की धमकियों से कभी नहीं डरते।

हमास के प्रवक्ता " हाज़िम क़ासिम" ने सोमवार की रात अपने एक बयान में कहा है कि ज़ायोनी शासन, फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों के जनसंहार का औचित्य दर्शाने का प्रयास कर रहा है। 

ज्ञात रहे हमास यह बयान, इस्राईली अधिकारी " युवाव मुर्दखाय" के उस बयान के बाद दिया गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि इस्राईली सेना, गज़्ज़ा पट्टी की सीमा पर प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करेगी। 

ग़ज़्ज़ा पट्टी के विभिन्न फिलिस्तीनी क्षेत्रों में 6 दिसम्बर सन 2017 से अमरीकी राष्ट्रपति " ट्रम्प " के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। 

" डोनाल्ड ट्रम्प " ने इस दिन एेलान किया था कि वह " बैतुलमुक़द्दस" नगर को इस्राईल की राजधानी के रूप में मान्यता देते हैं और इसके साथ ही उन्होंने अमरीकी विदेशमंत्रालय से मांग की थी कि वह अमरीकी दूतावास को तिल अबीव से बैतुल मुकद्दस स्थानान्तरित किये जाने की तैयारी करे। 

यह एेसी स्थिति में है कि 21 दिसंबर सन 2017 में संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने बैतुलमुक़द्दस के बारे एक प्रस्ताव पारित किया जिसके आधार पर यह कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र संघ , बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी के रूप में स्वीकार नहीं करेगा। 

बैतुल मुक़द्दस मुसलमानों का पहला " क़िब्ला" है अर्थात इस्लाम के आरंभ मुसलमान, उसी ओर मुंह करके नमाज़ पढ़ते थे। यह नगर मुसलमानों के तीन अत्याधिक पवित्र स्थलों में से एक है जिस पर सन 1967 में इस्राईल ने क़ब्ज़ा कर लिया था। 

संयुक्त राष्ट्र  भी इस नगर पर इस्राईल के क़ब्ज़े को अवैध मानता है। (Q.A.)

 

 

टैग्स