ईरान द्वारा परमाणु समझौते के उल्लंघन का कोई प्रमाण नहींः मूसाद
जायोनी शासन की गुप्तचर संस्था मूसाद के पूर्व प्रमुख ने स्वीकार किया है कि ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जो इस बात का सूचक हो कि ईरान ने परमामाणु समझौते का उल्लंघन किया है।
सोमवार को जायोनी शासन के प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतेनयाहू ने कुछ तस्वीरें, सीडीज़ और फर्जी पेपर दिखा कर दावा किया था कि परमाणु हथियार बनाने के लिए ईरान गुप्तरूप से कार्यक्रम चला रहा है।
अलमयादीन टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार मूसाद के पूर्व प्रमुख दानी यातूम ने इस्राईली रेडियो से वार्ता में कहा कि ईरान के बारे में नेतेनयाहू ने सबूत पेश किये उनका संबंध वर्ष 2015 से है और उसमें ईरान द्वारा परमाणु समझौते के उल्लंघन की बात ही नहीं है।
नेतेनयाहू ने यह दावा ऐसी स्थिति में किया है जब परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय एजेन्सी 17 जनवरी वर्ष 2016 से अब तक कम से कम अपनी 10 बार की अपनी रिपोर्टों में इस बात की पुष्टि कर चुकी है कि परमाणु समझौते के प्रति ईरान पूरी तरह कटिबद्ध है। MM