यमन में सऊदी गठबंधन का ताज़ा युद्ध अपराध
यमन में घरों व सार्वजनिक स्थलों पर सऊदी गठबंधन के जारी हमले के क्रम में गुरुवार की शाम सऊदी गठबंधन के फ़ाइटर जेट ने पश्चिमी यमन के हुदैदा शहर के अस्सौरा अस्पताल और मछली मंडी पर बम्बारी की जिसमें कम से कम 55 बेगुनाह मारे गए और कम से कम 130 बेगुनाह घायल हुए। यह अपराध आले सऊद शासन के यमनी जनता के जनसंहार में पागलपन को दर्शाता है।
यमन संकट पर नज़र डालने से यह बात समझी जा सकती है कि सऊदी अरब जिस तरह मुमकिन है यमनी जनता का जनसंहार कर रहा है और उसने इस देश की जनता को बहुत बड़ी मानव त्रासदी की ओर ढकेल दिया है। सऊदी-अमरीकी गठबंधन की कार्यवाही, युद्ध अपराध व अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का खुला उल्लंघन होने के साथ साथ इस गठबंधन की आतंकवादी प्रवृत्ति को दर्शाती है।
यमन में अस्पतालों और बाज़ार जैसे सार्वजनिक स्थलों पर सऊदी गठबंधन का हमला ऐसी हालत में जारी है कि मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के अनुसार, आम लोगों, जंग के इलाक़े से बाहर के क्षेत्र और चिकित्सा तंत्र पर हमला, वर्जित है।
6 ग़ैर सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अनुसार, यमन में बढ़ती भुखमरी, मानवीय सहायताओं को पहुंचने से रोकने के लिए रास्ते में रुकावटें और आम लोगों पर जारी बम्बारी की वजह से यमन को दुनिया में सबसे भयावह मानवीय स्थिति का सामना है।
यमन संकट पर नज़र डालने से सऊदी अरब के व्यापक अपराध के संबंध में विश्व स्तर पर एक तरह की रक्षात्मक मुद्रा और संयुक्त राष्ट्र संघ की विभिन्न रूपों में लापरवाही को देखा जा सकता है। यह व्यवहार इन संगठनों की ओर से सऊदी अरब को उसके अपराध जारी रखने के लिए हरी झंडी के समान है। यमन संकट के संबंध में बहुत से अंतर्राष्ट्रीय संगठन पश्चिमी सरकारों के दबाव और सऊदी अरब की कैरट एंड स्टिक नीति के कारण यमन में सऊदी अरब के अपराध के घिनौने आयाम के बारे में सटीक रिपोर्ट नहीं पेश कर पा रहे हैं। इन संगठनों ने सऊदी अरब के घिनौने अपराध के बहुत छोटे से आयाम की ओर सिर्फ़ इशारा किया है।
यमन संकट के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के कमज़ोर क्रियाकलाप की वजह से सऊदी शासन निश्चिंत होकर यमन में घिनौने अपराध कर रहा है। (MAQ/T)