बहरैन में आशूर से पहले दमनात्मक कार्यवाही
(last modified Tue, 10 Sep 2019 06:19:21 GMT )
Sep १०, २०१९ ११:४९ Asia/Kolkata
  • बहरैनी धर्मगुरु शैख़ ईसा अलमोमिन (ट्वीटर से प्राप्त)
    बहरैनी धर्मगुरु शैख़ ईसा अलमोमिन (ट्वीटर से प्राप्त)

बहरैन में आशूर से एक दिन पहले आले ख़लीफ़ा शासन की ओर से शिया धर्मगुरुओं के ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही हो रही है।

बहरैनी पुलिस ने ऐसी स्थिति में शिया धर्मगुरुओं को पूछताछ के लिए बुलाया है कि सत्ताधारी आले ख़लीफ़ा शासन आशूरा से पहले भारी दमनात्मक कार्यवाही कर रहा है।

अरबी भाषी लूलू टीवी चैनल ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के हवाले से, जिन्होंने अपना नाम प्रकट न होने की शर्त रखी थी, रिपोर्ट में बताया कि बहरैनी पुलिस ने धर्मगुरु शैख़ ईसा मोमिन, शैख़ अली मंसूर, शैख़ अक़ील अलग़ानेमी, शैख़ जासिम अलदमिस्तानी, सय्यद मीसम अलमुहाफ़िज़ा और शैख़ ममदूह अल-आली को पूछताछ के लिए बुलाया है।

इससे पहले बहरैनी शासन ने सय्यद जाबिर अश्शहरकानी, शैख़ मोहम्मद अली अलमहफ़ूज़, शैख़ मोहम्मद आशूर और शैख़ ज़ुहैर अलख़ाल को पूछताछ के लिए बुलाया था।

बहरैनी शासन शिया प्रचारक शैख़ मिंबर अलमातूफ़ और शैख़ मोहम्मद अलआजमी को पहले ही गिरफ़्तार कर चुका है। (MAQ/N)

 

 

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