म्यामांर के 10 लाख रोहिंग्या मुसलमान नागरिक अधिकार से भी वंचित
अब तक म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों की सहायता के लिए ईरान 130 टन ज़रूरी सामान बांग्लादेश भेज चुका है।
बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्री ने बेघर रोहिंग्या मुसलमानों की सहायता के लिए भेजी गयी मानवता प्रेमी सहायताओं के कारण ईरान की सराहना की है।
समाचार एजेन्सी इस्ना की रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद नसीम ने गुरूवार को ईरान की रेड क्रिसेन्ट संस्था के अध्यक्ष अली असग़र और उनके साथ ढ़ाका की यात्रा पर गये प्रतिनिधिमंडल से भेंट की और उस भेंट में रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति ईरान की मानवता प्रेमी सहायताओं की सराहना करते हुए कहा कि 7 लाख से अधिक रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश शरण ले चुके हैं। उ
न्होंने कहा कि बहुत से रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार की सेना और वहां के चरमपंथी बौद्धों की हिंसा व यातना का सामना करना पड़ा है। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय और चिकित्सा विभाग की एक टीम रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति की समीक्षा और उन्हें सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से ढ़ाका पहुंची है।
पिछले मंगलवार को भी रोहिंग्या मुसलमानों की सहायता के लिए इस्लामी गणतंत्र ईरान की मानवता प्रेमी सहायताओं की तीसरी खेप बांग्लादेश पहुंची। अब तक म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों की सहायता के लिए ईरान 130 टन ज़रूरी सामान बांग्लादेश भेज चुका है।
ज्ञात रहे कि पिछले 25 अगस्त से म्यांमार के पश्चिम में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ इस देश की सेना और चरमपंथी बौद्धों के हमलों में 6 हज़ार से अधिक मुसलमान मारे गये जबकि 8 हज़ार से अधिक घायल हो गये। लाखों रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश में शरण ली है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 से म्यांमार के राखीन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ इस की सेना और अतिवादियों की ओर से हिंसा जारी है। म्यामांर के 10 लाख रोहिंग्या मुसलमान इस देश में नागरिक अधिकार से भी वंचित हैं। MM