1
पार्स टुडे हिन्दी की ख़ास पेशकश, कार्यक्रम रोहिंग्या त्रास्दीः रोहिंग्या मुसलमानों का इतिहास, कुछ ऐसी सच्चाई जो आप नहीं जानते
अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों और नियमों के मुताबिक़, प्रत्येक व्यक्ति का सबसे बुनियादी और स्पष्ट अधिकार, उस देश का नागरिक होना है, जहां वह पैदा हुआ और रहता है। लेकिन म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों को इस बुनियादी अधिकार से वंचित रखा गया है।