Sep ३०, २०१८ १५:१०
वर्ष 1948 में अवैध इस्राईली शासन के अस्तित्व में आने के बाद से ही अमरीका ज़ायोनी शासन का मुख्य आर्थिक व सामरिक समर्थक रहा है और बाराक ओबामा के शासन काल में वॉशिंग्टन ने तेल अवीव की दस वर्षीय सामरिक सहायता के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के अंतर्गत अमरीका दस साल में , ज़ायोनी शासन को 38 अरब डॉलर की सैन्य सहायता देगा।