Pars Today
हमेशा ही हर क़बीले के सदस्यों ने अपने क़बीले के मूल्यों और परम्पराओं की विशेष रूप से सुरक्षा की है।
कपड़ों को सजाने के लिए सुई कला की मदद ली जाती है और इससे कपड़ों पर सुंदर डिज़ाइनें बना दी जाती हैं।
वेशभूषा किसी भी समुदाय का सबसे स्पष्ट एवं महत्वपूर्ण सांस्कृतिक प्रतीक है, जो तेज़ी से दूसरे समुदायों की संस्कृति से प्रभावित होता है।
जैसाकि आप जानते हैं कि कपड़ा पहनने का इतिहास भी मानव सभ्यता का एक भाग है।
जैसा कि आप जानते हैं कि ईरानी हस्तकला उद्योग में बहुत विविधता है।
हम आपको ईरान में प्रचलित कपड़ा बनाने वाली विभिन्न प्रकार की शैलियों से अवगत करा चुके हैं।
ईरान में ज़री के जो कपड़े बनाए जाते थे उनको सोने और रेशम के कपड़ों से तैयार किया जाता था।
मख़मल ऐसा कपड़ा है जो न केवल ईरान में बल्कि पूरे विश्व में विशेष महत्व का स्वामी है।
ऐतिहासिक प्रमाण इस बात के सूचक हैं कि प्राचीन काल से अब तक ईरानी बहुत ही सुन्दर और अच्छे सिले हुए कपड़े वस्त्र के रूप में धारण करते थे और इस संबंध में प्राचीन बुनाई को बहुत अधिक ख्याति प्राप्त थी।
भारत और ईरान के बीच हुए सांस्कृतिक समझौते को 60 साल पूरे हो गए हैं।