मोसाद के पूर्व प्रमुख ने माना हो गयी बड़ी ग़लती, क़तर को छूट देकर...
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इस्राईल की कुख्यात ख़ुफ़िया एजेन्सी मोसाद के पूर्व प्रमख का कहना है कि ग़ज़्ज़ा पट्टी की मदद के लिए क़तर को इजाज़त देकर हमने बहुत बड़ी ग़लती की।
(last modified 2023-11-29T09:15:15+00:00 )
Jun १२, २०२१ २२:०६ Asia/Kolkata
  • मोसाद के पूर्व प्रमुख ने माना हो गयी बड़ी ग़लती, क़तर को छूट देकर...

इस्राईल की कुख्यात ख़ुफ़िया एजेन्सी मोसाद के पूर्व प्रमख का कहना है कि ग़ज़्ज़ा पट्टी की मदद के लिए क़तर को इजाज़त देकर हमने बहुत बड़ी ग़लती की।

यूसी कोहन ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों के ख़िलाफ़ मोसाद की साज़िशों से पर्दा उठाते हुए कहा कि मोसाद के प्रमुख होने की हैसियत से मैंने क़तर को ग़ज़्ज़ा पट्टी की मदद की इजाज़त देकर बहुत बड़र ग़लती की।

मोसाद के पूर्व प्रमुख ने कहा कि मैं समझता हूं कि अगर ग़ज़्ज़ावासियों को आराम की आदत हो जाएगी, तो केवल उनका नागरिक सिस्टम ही बहुत अच्छा नहीं हो जाएगा बल्कि उनकी सैन्य शक्ति में भी वृद्धि होगी।

यूसी कोहन का कहना था कि मैं समझता था कि उनकी ज़िंदगी बेहतर हो जाएगी, संकट से वे उभर जाएंगे, झड़पें कम हो जाएंगी लेकिन मैं समझता हूं कि मैं ग़लत था और निश्चित रूप से मैने ग़लती की।

उन्होंने जनवरी 2010 में हमास के नेता महमूद अलमबहूद की टारगेट किलिंग के बारे में कहा कि इस आप्रेशन में शामिल एजेन्टों की पहचान सामने आने से इस जासूस संस्था की कार्य शैली पूरी तरह बदल गयी।

ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों की टारगेट किलिंग के बारे में यूसी कोहन ने एक भी कार्यवाही की ज़िम्मेदारी स्वीकार नहीं की लेकिन यह कहा कि इस्राईल हमेशा से ही ईरानी वैज्ञानिकों के पीछे पड़ा रहा है।

उनका कहना था कि ईरानी वैज्ञानिक अगर अपने पेशे को बदल दें और हमें नुक़सान न पहुंचाएं तो अच्छा होगा, मैं अकसर उन्हें नसीहत भी देता हूं। (AK)

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