Pars Today
पार्सटुडे- ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता इमाम ख़ामेनेई समयबोध, साहस, बहादुरी और हज़रत ज़ैनब के असाधारण धैर्य जैसी विशेषताओं की ओर संकेत करते और उनका परिचय महिलाओं की महानता और इज़्ज़त के प्रतीक के रूप में करते हैं।
पार्सटुडे- ईरान के प्रसिद्ध धर्मगुरू हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन रफ़ीई ने कहा है कि इंसान ज़बान से दूसरे के लिए भलाई कर सकता है जिस तरह वह ज़बान से द्वेष उत्पन्न कर सकता है।
पार्सटुडे- इमाम हसन अलैहिस्सलाम का एक काम महामुक्तिदाता इमाम महदी अलैहिस्सलाम की ग़ैबत के काल से मोमिनीन को अवगत करना और यह बताना था कि ग़ैबत अर्थात नज़रों से ओझल होना किस प्रकार का होगा।
पार्सटुडे- इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैं" बाअदब इंसान का चुप रहना अल्लाह की बारगाह में नादान इंसान की तस्बीह से बेहतर है।
The World Forum for Proximity of Islamic Schools of Thought के महासचिव ने कहा है कि आज जो जंग हो रही है वह दुनिया में अन्याय व नाइन्साफ़ी की वजह से हो रही है।
पार्सटुडे- पवित्र क़ुरआन के अनुसार, पैग़म्बरे इस्लाम और अहलेबैत अलै. की रिवायतों के अनुसार बुद्धि उपासना और कल्याण का माध्यम व कारण है।
पार्सटुडे- दुनिया में नबी- इमाम सहित जितने भी समाज सुधारक आये हैं सबकी सबसे महत्वपूर्ण इच्छा व मनोकामना समाज में न्याय की स्थापना रही है।
पार्सटुडे- The World Forum for Proximity of Islamic Schools of Thought के महासचिव ने कहा है कि इस्लामी एकता की 38वीं कांफ्रेन्स के कार्यक्रम का उद्घाटन धार्मिक और सांस्कृतिक जगत के 234 विद्वानों की उपस्थिति में गुरूवार को तेहरान में होगा।
पार्सटुडे – महदवीयत या महदवीइज़्म के क्षेत्र में शोध करने वाले एक शोधकर्ता ने लोगों के दुख दर्द में साथ देने और उनकी मदद करने को अंतिम मुक्तिदाता हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम से नज़दीक होने का सर्वोत्तम तरीक़ा क़रार दिया है।
पार्सटुडे- इतिहास में इस बात का उल्लेख किया गया है कि पैग़म्बरे इस्लाम स. मोमिनों और लोगों से हमेशा साफ़, स्पष्ट और पारदर्शी ढंग से बात करते थे। वह कभी भी दो रंग की बात नहीं करते थे और जब ज़रूरी होता था नर्मी से बात करते और लचक दिखाते थे।