Pars Today
पार्सटुडे- फ़िलिस्तीन में राष्ट्रसंघ की विशेष रिपोर्टर ने ग़ज़ा में ज़ायोनी सरकार के अपराधों, नस्ली सफ़ाये और इन अपराधों में भेंट चढ़ने वालों के दृष्टिगत विश्व समुदाय से मांग की है कि वह इस मामले पर विशेष ध्यान दे।
पार्सटुडे- रूस के विदेशमंत्री लावरोफ़ ने रूसोफ़ोबिया के प्रसार हेतु पश्चिमी देशों के प्रयासों की कड़ी आलोचना की है।
पार्सटुडे- स्पेन ने ज़ायोनी सरकार के लिए हथियार ले जा रहे दो अमेरिकी जहाज़ों को लंगर डालने की अनुमति नहीं दी।
पार्सटुडे- आयरिश अधिकारियों ने इस देश में फ़िलिस्तीनी राजदूत की तैनाती पर सहमति जताई है।
पार्सटुडे- अंग्रेज़ी भाषा के संचार माध्यमों ने ज़ायोनी सरकार के हमले का मुंहतोड़ और करारे जवाब" शब्दों को अपनी सुर्खी बनाई और उसे सर्वोपरि रखा।
पार्सटुडे- बीबीसी के 100 से अधिक कर्मचारियों ने इस चैनल पर ग़ज़ा युद्ध में रिपोर्टें देने पर ज़ायोनी सरकार की तरफ़दारी का आरोप लगाया।
इंडोनेशिया के विद्वानों की मजलिस ने एक बयान जारी करके ईरान पर ज़ायोनी सरकार के हमले की भर्त्सना की है।
अफ़्रीक़ा की एक शांतिप्रेमी संस्था ने ब्रिक्स से मांग की है कि वह ग़ज़ा पट्टी में इस्राईल की दुष्टता को बंद कराने का प्रयास करे। इस अफ़ीक़ी संस्था ने ब्रिक्स के सदस्य देशों का आह्वान किया है कि वे ठोस और स्पष्ट दृष्टिकोण अपनायें।
पार्सटुडे- अमेरिका और ब्रिटेन के युद्धक विमानों ने एक बार फ़िर यमन पर बमबारी की है।
पार्सटुडे- अमेरिकी सेना के एक पूर्व अफ़सर ने अलग़द टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा है कि यहिया सिन्वार की शहादत के बाद हमास कमज़ोर नहीं हुआ है।