भारत, त्रिपुरा में देखते ही देखते क़ब्रिस्तान में मंदिर बन गया
भारत के त्रिपुरा की राजधानी अगरतला शहर के बाहरी इलाक़े नंदन नगर क्षेत्र में तब तनाव की स्थिति बन गई जब स्थानीय मुस्लिम निवासियों ने कहा कि बीते 4 जुलाई की सुबह एक हिंदुत्ववादी समूह के सदस्यों ने बुलडोज़र लाकर एक क़ब्रिस्तान के कुछ हिस्सों को साफ़ कर क्षेत्र में एक अस्थायी मंदिर स्थापित कर दिया।
विरोधस्वरूप मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने बीते 5 जुलाई को एक प्रमुख मार्ग पर जाम लगा दिया।
हिन्दु युवा वाहिनी के सदस्यों ने क़ब्रिस्तान में एक बांस के मंदिर का ढांचा खड़ा करके उसमें शिवलिंग स्थापित कर दिया था।
अस्थायी मंदिर के चारों ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों के साथ संगठन के बैनर और झंडे लगा दिए गए थे। यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यह वही संगठन है, जिसकी स्थापना योगी आदित्यनाथ ने की थी।
त्रिपुरा सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि प्रशासन ने मंदिर के उस ढांचे को हटा दिया है। साथ ही स्थानीय प्रशासन ने इलाके में और उसके आसपास आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 भी लगा दी है।
बीते पांच जुलाई को हुए मुस्लिम समुदाय के विरोध प्रदर्शन में शामिल नूर इस्लाम ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि हिंदू युवा वाहिनी की छत्रछाया में क्षेत्र में सक्रिय भूमाफ़िया 2019 से क़ब्रिस्तान पर क़ब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।
हिंदू युवा वाहिनी के समर्थकों ने दावा किया है कि जमीन ‘मूल रूप से हिंदुओं की थी’ और 1964 में इसकी ‘अदला-बदली’ की गई थी। (AK)
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