अराक़ची: इस दौर की बातचीत ज़्यादा गंभीर और स्पष्ट थी
पार्स टुडे – ईरान के विदेश मंत्री ने चौथे दौर की वार्ताओं के परिणामों का हवाला देते हुए स्पष्ट किया: हमारे दृष्टिकोण से यूरेनियम संवर्धन ऐसा विषय है जिसे अवश्य जारी रखा जाना चाहिए और इस पर कोई समझौता संभव नहीं है।
ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराक़ची ने रविवार को ईरान और अमेरिका के बीच चौथे दौर की अप्रत्यक्ष वार्ताओं के बाद कहा: यह दौर, पिछले तीन दौरों की तुलना में अधिक गंभीर और स्पष्ट था। हम अब सामान्य बातों से हटकर आंशिक मुद्दों में प्रवेश कर चुके हैं और ऐसी स्थिति में वार्ताएं और भी कठिन हो जाती हैं।
अराक़ची ने कहा: यह वार्तायें बहुत उपयोगी व रचनात्मक हुईं और दोनों पक्ष एक-दूसरे के रुख को बेहतर ढंग से समझते हैं। कई विवादास्पद विषयों के पहलुओं को खोला गया है और दोनों पक्षों के रुख किसी हद तक एक-दूसरे के क़रीब आए हैं। उन्होंने कहा कि इन वार्ताओं को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ता हुआ माना जा सकता है।
ईरान के विदेश मंत्री ने अगले दौर की वार्ता के बारे में कहा: अगली बैठक के लिए सहमति बन चुकी है लेकिन तारीख और स्थान की घोषणा ओमान के विदेश मंत्री की ज़िम्मेदारी है। मुझे लगता है कि यह बैठक एक हफ़्ते के भीतर आयोजित की जाएगी।
ईरान की कूटनीतिक नीति के प्रमुख ने तकनीकी मुद्दों पर कहा: हमारे लिए यूरेनियम संवर्धन ऐसा मुद्दा है जिसे जारी रखा जाना चाहिए इस पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि हम संभवतः विश्वास बहाली के उद्देश्य से संवर्धन की मात्रा और स्तर पर कुछ सीमाएं स्वीकार कर सकते हैं लेकिन इसके अधिकार पर कभी नहीं। इसके अलावा, प्रतिबंधों को हटाना इस वार्ता की एक बुनियादी शर्त है। MM