भाजपा ने गांगुली को अपमानित कियाः टीएमसी
टीएमसी का कहना है कि सौरव गांगुली ने बीसीसीआई का अध्यक्ष पद छोड़ा नहीं बल्कि उनसे छीना गया है।
भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी TMC का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने सौरव गांगुली को अपमानित किया है, क्योंकि वह उन्हें पार्टी में शामिल करने में विफल रही।
भारतीय संचार माध्यमों के अनुसार तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा ने पिछले साल के विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच यह संदेश फैलाने की कोशिश की थी कि राज्य में बेहद लोकप्रिय व्यक्ति, गांगुली इस पार्टी में शामिल होंगे। टीएमसी ने यह भी दावा किया कि यह राजनीतिक प्रतिशोध है।
टीएमसी के अनुसार जब गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह दूसरे कार्यकाल के लिए बीसीसीआई के सचिव पद पर बने रह सकते हैं तो फिर गांगुली क्यों नहीं बने रह सकते?
ज्ञात रहे कि मुंबई में मंगलवार को बीसीसीआई के मुख्यालय में एक बड़ी मीटिंग हुई। वहां पर पूरे भारत के क्रिकेट संघ से बड़े अधिकारी मौजूद थे। बीसीसीआई का नियम है कि पुराना अध्यक्ष ही नए अध्यक्ष का नाम प्रस्तावित करता है लेकिन सूत्रों का कहना है कि गांगुली ने यह नहीं किया।
गांगुली दूसरी बार BCCI अध्यक्ष बनना चाहते थे लेकिन लोग उनके सपोर्ट में नहीं आए। ऐसे में उन्होंने अपनी नाराजगी छिपाने की कोई कोशिश भी नहीं की। पहले गांगुली BCCI अध्यक्ष पद से हटाए गए। इसके बाद उन्हें IPL चेयरमैन पद का ऑफर किया गया।
सौरव गांगुली पिछले 3 वर्षों से BCCI के अध्यक्ष थे। अब उन्हें IPL का चेयरमैन बनाया जा रहा है। यह तो एक तरह से गांगुली के लिए डिमोशन था। सौरव गांगुली ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटने के बाद मैं उसकी किसी भी उपसमिति का अध्यक्ष नहीं बन सकता।