Sep ०४, २०२३ १८:४४ Asia/Kolkata
  • भारत में शिक्षा के मंदिरों को अपवित्र करता सांप्रदायिकता का ज़हर!

भारत के कर्नाटक राज्य के शिवमोगा ज़िले के एक सरकारी स्कूल की शिक्षक द्वारा कक्षा 5 में पढ़ रहे दो मुस्लिम छात्रों को कथित तौर पर ‘पाकिस्तान चले जाने’ की बात कहने का मामला सामने आया है।

भारत में हर दिन कोई न कोई ऐसी घटना हो रही है कि जिससे इस देश की छवि पर पूरी दुनिया में दाग़ लगता जा रहा है। अभी कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश राज्य के मुज़फ़्फ़रनगर में एक स्कूल की टीचर द्वारा मुस्लिम छात्र को हिन्दू छात्रों से पिटाई कराने का मामला सामने आया था कि अब कर्नाटक राज्य से एक अन्य शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, जनता दल (सेक्युलर) की अल्पसंख्यक शाखा की ज़िला इकाई के अध्यक्ष ए. नज़रुल्लाह ने शिक्षा विभाग में इस बारे में दर्ज शिकायत में कहा है कि मंजुला देवी गुरुवार (31 ​अगस्त) को 5वीं कक्षा में पढ़ा रही थीं, तभी दो छात्र आपस में झगड़ने लगे। शिक्षक ने दोनों मुस्लिम समुदाय के लड़कों को डांटा और कथित तौर पर उनसे कहा कि "यह आपका देश नहीं है"। उन्होंने कहा कि जब बच्चों ने हमें घटना के बारे में बताया तो हम स्तब्ध रह गए। हमने सार्वजनिक निर्देश उप-निदेशक (डीडीपीआई) के पास शिकायत दर्ज की और विभाग ने शिक्षक के ख़िलाफ़ कार्यवाही की।

घटना की जांच करने वाले खंड शिक्षा अधिकारी बी. नागराज ने कहा कि कक्षा के अन्य छात्रों ने शिकायत की पुष्टि की है। उन्होंने ​बताया कि महिला शिक्षक ने कथित तौर पर छात्रों से कहा, ‘यह आपका देश नहीं है, यह हिंदुओं का देश है। आपको पाकिस्तान चले जाना चाहिए। आप हमेशा के लिए हमारे ग़ुलाम हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने घटना की रिपोर्ट सौंप दी है और भविष्य में कोई भी कार्यवाही वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के अनुसार की जाएगी। मामले से परिचित अधिकारियों ने बीते शनिवार (2 सितंबर) को बताया कि शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक का तबादला कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि यह घटना उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के एक निजी स्कूल में सांप्रदायिक टिप्पणी करने और पहाड़ा न सुना पाने पर एक मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने के लिए उसके सहपाठियों को प्रोत्साहित करने की आरोपी शिक्षक के ख़िलाफ़ केस दर्ज करने के एक हफ़्ते बाद हुई है। इस घटना की व्यापक निंदा हुई थी। बता दें कि भारत में कट्टरपंथी हिन्दू संगठनों द्वारा समाज के हर क्षेत्र में इतना संप्रदायिकता का ज़हर घोल दिया गया है कि अब समय-समय पर इस देश के किसी न किसी कोने से इस तरह की घटनाएं सामने आने लगी हैं। इसके लिए नफ़रती राजनीतिक और मीजिया भी पूरी तरह ज़िम्मेदार है। (RZ)

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