कश्मीर के उप मुख्यमंत्री का सवाल, कश्मीर में कब होंगे चुनाव?
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करगिल में लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद पार्टी के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने जम्मू कश्मीर चुनावों में देरी के लिए केंद्र के साथ भारत के चुनाव आयोग को भी दोषी ठहराया।
(last modified 2023-10-10T12:39:47+00:00 )
Oct १०, २०२३ १८:०५ Asia/Kolkata
  • कश्मीर के उप मुख्यमंत्री का सवाल, कश्मीर में कब होंगे चुनाव?

करगिल में लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद पार्टी के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने जम्मू कश्मीर चुनावों में देरी के लिए केंद्र के साथ भारत के चुनाव आयोग को भी दोषी ठहराया।

सोमवार 9 अक्टूबर को 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर चुनावों पर ‘उचित समय पर’ विचार किया जाएगा।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त की इस टिप्पणी का जिक्र करते हुए उमर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी वे कह रहे हैं कि उन्हें अन्य कारकों पर विचार करने की आवश्यकता है, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि ये कारक क्या हैं? हमें लगता है कि केवल एक ही कारक है, वह है डर।

उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि भाजपा पहले राजभवन यानी राज्यपाल के पीछे छुपी हुई थी और अब चुनाव आयोग को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अपने फ़ैसले स्वतंत्र रूप से लेने के बजाय भाजपा से निर्देश ले रहा है।

अब्दुल्लाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति पर भी सवाल उठाया और कहा कि 5 अगस्त, 2019 के बाद से यह अनुमान लगाया गया है कि कश्मीर में स्थिति बदल गई है, अगर यह सच है, तो बताएं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को सरकार के लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित करने के लिए कौन से कारक जिम्मेदार हैं।

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, उमर अब्दुल्लाह ने चुनाव आयोग से जम्मू-कश्मीर में चुनाव न कराने के कारणों को बताने के लिए कहा।

उन्होंने कहा कि इससे पहले आयोग ने माना था कि एक खालीपन है, जिसे भरने की जरूरत है. क्या हालात इतने खराब हैं कि चुनाव नहीं कराए जा सकते? लेकिन भारत सरकार दुनिया भर में यह कहानी सुना रही है कि जम्मू-कश्मीर शांतिपूर्ण है और हजारों की संख्या में पर्यटक आ रहे हैं।

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विधानसभा चुनावों को छोड़ दें, सरकार पंचायत और शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव नहीं करा रही है, नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बैठक की खबरों के बाद यह साफ़ हो गया, सरकार जम्मू-कश्मीर में लोकसभा का चुनाव भी नहीं होने देगी। (AK)

 

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