भारत और नेपाल में भारी बारिश और भूस्खलन से भीषण
(last modified Mon, 15 Jul 2019 15:19:08 GMT )
Jul १५, २०१९ २०:४९ Asia/Kolkata
  • भारत और नेपाल में भारी बारिश और भूस्खलन से भीषण

भारत के बिहार राज्य की पांच नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और इस राज्य के 10 ज़िलों में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। सबसे ज़्यादा सीतामढ़ी ज़िला प्रभावित हुआ है। बाढ़ से करीब 32 लोगों की मौत हो गई है और 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इसी तरह भारत के  पड़ोसी देश नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से 60 लोगों के हताहत होने की सूचना है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत के बिहार राज्य में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से इस प्रदेश के दस ज़िलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बाढ़ से 32 लोगों की मौत हुई है जबकि 55 ब्लॉकों के 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। आकाशवाणी की रिपोर्ट के अनुसार,  भारत के केंद्रीय जल आयोग ने कहा है कि भारी वर्षा के कारण बागमती, गंडक, महानंदा, कमला बालान और लालबकिया नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी और पूर्वी चंपारण जिले में भारी तबाही हुई है। उत्तरी बिहार में नदियों में उफान के कारण कई तटबंधों में दरारें आ गई हैं। बाढ़ से 55 ब्‍लॉकों में 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। चालीस हज़ार से अधिक लोगों को राहत शिविरों में शरण दी गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक किचन और आश्रय स्थल बनाए गए हैं। बड़ी संख्या में बाढ़ से विस्थापित लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सशस्त्र बल की टीमों ने बाढ़ से घिरे लोगों को सुरक्षित निकालने का अभियान तेज़ कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने 45,053 लोगों को शरण देने के लिए 152 राहत शिविर खोले हैं जबकि 251 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है। राज्य के नौ ज़िलों शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा और मुज़फ़्फ़रपुर के 55 प्रखंडों में बाढ़ से कुल 17,96,535 आबादी प्रभावित हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे अधिक सीतामढ़ी ज़िला प्रभावित हुआ है। क़रीब 11 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। सीतामढ़ी में सभी स्कूल और शिक्षण संस्थाएं 20 जुलाई तक बंद कर दी गई हैं। इसके बाद अररिया में पांच लाख लोग बाढ़ का सामना कर रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए उच्चस्तरीय बैठक की। इसके बाद उन्होंने दरभंगा, मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया। बैठक में इस प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत शिविरों में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए समुचित व्यवस्था पर नजर रखने के निर्देश दिए।

दूसरी ओर भारत के पड़ोसी देश नेपाल में लगातार भारी बारिश के चलते आई बाढ़ और भूस्खलन में अब तक 60 लोगों की मौत हो गई और 38 अन्य घायल हो गए हैं। बारिश से जुड़ी घटनाओं में 35 लोग लापता बताए जा रहे हैं। लगातार बारिश के चलते इस देश के मध्य और पूर्वी हिस्से में आम जनजीवन पटरी से उतर गया है। गुरुवार से हो रही भारी बारिश से 25 से अधिक ज़िले और इसमें 10,385 परिवार प्रभावित हुए हैं। नेपाल थलसेना और पुलिसकर्मियों ने अपने देश में कई स्थानों पर 1,104 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इनमें से 185 लोगों को काठमांडू में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। (RZ)