महाराष्ट्र में हिन्दू संगठनों की चेतावनी के बावजूद, सरकार गठन पर सहमति
भारत के राज्य महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के मध्य गठन के बारे में हिंदू संगठनों की चेतावनी के बावजूद, सरकार गठन पर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच सहमति हो गयी है।
सूत्रों के अनुसार निरंतर दो दिनों तक बातचीत के बाद कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के बीच सभी मुद्दों पर सहमति बन गई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शिवसेना से बातचीत के बाद सरकार गठन पर कोई एलान किया जाएगा।गुरुवार को यह वार्ता कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर हुई। शिव सेना के नेता संजय राउत ने भी कहा है कि दो दिनों के अंदर महाराष्ट्र में सरकार गठन के बारे में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
इसी मध्य हिंदू संगठनों ने भाजपा और शिवसेना को कांग्रेस या एनसीपी के साथ गठबंधन न करने की सलाह दी है। समस्त हिंदू अघाडी नामक संगठन के अध्यक्ष मिलिंद एकबोटे ने बुधवार को कहा कि भाजपा-शिवसेना महाराष्ट्र में सरकार बनाएं क्योंकि भाजपा-शिवसेना ने साथ मिलकर 161 सीटें जीती। अब सरकार बनाने के लिए उनके बीच विवाद होना जनादेश का अपमान है। भारतीय मीडिया के अनुसार एकबोटे को कई हिंदू संगठनों का समर्थन मिल रहा है।
एकबोटे ने कहा कि हिंदुत्ववादी संगठन भाजपा या शिवसेना के दूसरी विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन की कोशिशों के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। हम उम्मीद कर रहे थे कि भाजपा-शिवसेना की सरकार आने से हमारी कुछ मांगे पूरी होगी।
याद रहे महाराष्ट्र विधान सभा के परिणाम गत 24 अक्तूबर को आए थे और भाजपा को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं।
मुख्य मंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना में विवाद पैदा हो गया जिसके बाद दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया । भाजपा के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्यागपत्र दे दिया और महाराष्ट्र के राज्यपाल ने शिव सेना और फिर एनसीपी से पूछा कि क्या वे सरकार बना सकते हैं किंतु फिर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया जिसके बाद से शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी में सरकार गठन पर बात चीत हो रही है।