लखनऊ में अमित शाह का बयान, सीएए वापस नहीं होगा
भारत के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जिसको जितना विरोध करना हो करे लेकिन सीएए वापस नहीं होगा।
उन्होंने मंगलवार को नागरिकता संशोधन क़ानून के समर्थन में लखनऊ के बंगला बाज़ार स्थित रामकथा पार्क में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सीएए वापस नहीं होगा।
अमित शाह ने कहा कि राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि पाकिस्तान से आए हिन्दुओं, सिखों को नागरिकता दी जाएगी। आप करें तो सही है और मोदी जी करें, तो विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है करे, सीएए वापस नहीं होने वाला है।
भारत के केन्द्रीय गृहमंत्री ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्षों से प्रताड़ित लोगों को उनके जीवन का नया अध्याय शुरू करने का मौक़ा दिया है।
उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जब देश आज़ाद हुआ तो कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत मां के दो टुकड़े हो गए। 16 जुलाई 1947 को कांग्रेस पार्टी ने प्रस्ताव पास करके धर्म के आधार पर विभाजन को स्वीकार किया।
अमित शाह ने कहा कि इस बिल में किसी की नागरिकता लेने का प्रावधान नहीं है। पाकिस्तान, अफग़ानिस्तान, बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों पर वहां अत्याचार हुए, वहां उनके धार्मिक स्थल तोड़े जाते हैं। वो लोग वहां से भारत आए हैं। ऐसे शरणार्थियों को नागरिकता देने का यह बिल है।
उन्होंने दावा किया कि देश में सीएए के विरुद्ध भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे कराए जा रहे हैं।
इस रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा भी उपस्थित थे। (AK)