जम्मू व कश्मीर का पुराना दर्जा वापस होः आज़ाद
फ़ारूक़ अब्दुल्ला से मुलाक़ात में कांग्रेस के नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा है कि जम्मू कश्मीर का पुराना दर्जा वापस किया जाए।
कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा में विपक्ष के नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने फ़ारूक़ अब्दुल्ला से मुलाक़ात के बाद कहा कि जम्मू व कश्मीर की प्रगति के लिए अन्य नेताओं को भी रिहा किया जाना चाहिए और उन्हें पिंजड़े में तोते की तरह नहीं रखना चाहिए। द वायर के अनुसार आज़ाद ने कहा कि राज्य में चुनाव कराया जाना चाहिए और जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने शनिवार दोपहर कश्मीर के गुपकर इलाके में फ़ारूक़ अब्दुल्ला से उनके आवास पर मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि जम्मू कश्मीर की प्रगति के लिए नेताओं को रिहा किया जाना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव आज़ाद ने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित अन्य सभी नेताओं को रिहा करने और राजनीतिक प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए सबसे पहले जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाल किया जाना चाहिए। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने का कि सबसे पहले हमें लोकतंत्र बहाल करने दें। उनका कहना था कि लोकतंत्र तब ही बहाल हो सकता है, जब खास प्रावधान के तहत जेलों अथवा गेस्ट हाउसों में बंद नेताओं को रिहा किया जाए। आज़ाद ने सवाल किया कि जब मुख्यमंत्री, सांसद, मंत्री, विधायक तथा विधान पार्षद जेल में हैं तो फिर लोकतंत्र कहा हैं? कांग्रेस नेता ने कहा कि जम्मू कश्मीर के विकास के लिए राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करना जरूरी है। आज़ाद ने कहा कि वह कांग्रेस और संसद के अंदर एवं बाहर कश्मीर के नेताओं को रिहा करने के लिए आवाज उठाने वाले सांसदों और पार्टियों की ओर से अब्दुल्ला से मिलने आए हैं। ज्ञात रहे कि करीब सात महीनों तक नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारुक अब्दुल्ला को उनके घर पर ही नजरबंद रखने के बाद शुक्रवार को रिहा किया गया था।