चीन को छोड़ आपस में ही भिड़ी सरकार और विपक्ष, सवाल करने पर सत्तापक्ष आग बगूला
भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आपस में भिड़ गये हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन की सीमा की रक्षा कर रहे सभी भारतीय जवानों के पास हथियार होते हैं।
उनका कहना था कि 1996 और 2005 में हुए दो द्विपक्षीय समझौतों के प्रावधानों के अनुसार दोनों देशों की सेनाएं आग्नेयास्त्रों का उपयोग नहीं करती हैं।
राहुल गांधी द्वारा सवाल किए जाने के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया कि हम तथ्य को स्पष्ट कर दें। सीमा ड्यूटी पर सभी सैनिक हमेशा अपने पास हथियार रखते हैं, खासकर जब वे चौकी से बाहर निकलते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने को लेकर सरकार से सवाल किया था कि हमारे सैनिकों को हथियार के बिना ख़तरे की ओर से किसने भेजा और इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है? उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि चीन ने शस्त्रहीन भारतीय सैनिकों की हत्या करके बहुत बड़ा अपराध किया हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि इन वीरों को बिना हथियार के ख़तरे की ओर से किसने भेजा? क्यों भेजा? कौन ज़िम्मेदार है?
सोमवार को गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच हुई भीषण झड़प में एक कर्नल सहित बीस भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। चीन ने हताहतों की संख्या के बारे में अभी तक कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है। (AK)