भारत, दलितों पर हमले तेज़, किसी को पेशाब पीने पर मजबूर किया गया तो किसी को बार बार पैर छूने पर
उत्तर प्रदेश के ललितपुर में 65 साल के दलित व्यक्ति के साथ मारपीट की गई और उसे जबरन पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया।
यह घटना ललितपुर के रोडा गांव में हुई। आरोप है कि सोनू यादव नामक व्यक्ति ने पीड़ित अमर के बेटे पर कुछ दिनों पहले कुल्हाड़ी से हमला किया था।
पिता और बेटे के पुलिस में शिकायत करने के बाद आरोपी सोनू ने उन्हें मामला सुलझाने और अपनी शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर किया।
इसके बाद आरोपी ने मंगलवार को पिता अमर को पेशाब पीने के लिए मजबूर किया।
अमर ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि जब मैंने इनकार किया तो उसने मुझ पर डंडे से हमला किया, उसने कुछ दिन पहले कुल्हाड़ी से मेरे बेटे पर भी हमला किया था, जिसकी हमने पुलिस में शिकायत भी की थी लेकिन उसने हमें मामला वापस लेने के लिए मजबूर किया था।
ललितपुर के एसपी मिर्ज़ा मंज़र बेग ने कहा कि एफआईआर दर्ज की गई है और आरोपी की तलाश जारी है
उन्होंने कहा कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने रोडा गांव में कुछ ग्रामीणों की पिटाई की।
दूसरी ओर तमिलनाडु की कायाथार पुलिस ने एक दलित व्यक्ति के उत्पीड़न के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित की एक बकरी आरोपियों की बकरियों के झुंड में मिलने की वजह से उसे आरोपियों के पैरों में बार-बार झुकने को मजबूर किया गया।
थूतूकुडी ज़िले के ओलिककुलम शहर में रहने वाले पीड़ित पॉलराज ने इस घटना का वीडियो आरोपियों द्वारा बनाए जाने और उसे सोशल मीडिया पर साझा करने के बाद पुलिस में शिकायत की।
पॉलराज ने अपनी शिकायत मे कहा कि बकरी के एक बच्चे को लेकर हुए विवाद के बाद आरोपी 60 वर्षीय शिवासुंगु ने उन्हें अपने पैरों पर बार-बार झुकने के लिए मजबूर किया।
दूसरी ओर सांसद थोल थिरुमावलवन का कहना है कि इस तरह की घृणित घटनाएं सिर्फ उत्तर भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि तमिलनाडु में भी होती हैं। (AK)
ताज़ातरीन ख़बरों, समीक्षाओं और आर्टिकल्ज़ के लिए हमारा फ़ेसबुक पेज लाइक कीजिए!
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए