इस्लामी जगत में फूट से ज़ायोनियों को लाभ
ईरान के संसद सभापति ने कहा है कि इस्लामी जगत में फूट और बिखराव केवल ज़ायोनियों के हित में है।
डाॅक्टर अली लारीजानी ने बुधवार को तेहरान में क़ुरआने मजीद के 33वें अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबलों के उद्धाटन समारोह में कहा कि आतंकी गुटों को अस्तित्व प्रदान करना, उनकी मदद करना और इस्लामी जगत में फूट की स्थिति से सिर्फ़ ज़ायोनियों को लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि तथाकथित इस्लामी सरकारें यमन व सीरिया जैसे राष्ट्रों को तबाह करती हैं और आतंकी गुटों को बनाने वाले मुफ़्ती सबसे अधिक फ़ायदा ज़ायोनियों को पहुंचाते हैं।
ईरान के संसद सभापति ने कहा कि कुछ इस्लामी शासक एेसी स्थिति में क़ुरआन के अनुसरण का दावा करते हैं जब वे क़ुरआनी शिक्षाओं के अनुसार समाज के संचालन का प्रयास नहीं करते बल्कि इसके विपरीत काम करते हैं। ज्ञात रहे कि क़ुरआने मजीद के 33वें अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले 12 से 17 मई तक तेहरान में आयोजित होंगे जिसमें इस्लामी जगत के सैकड़ों हाफ़िज़ और क़ारी भाग ले रहे हैं। (HN)